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बड़ी अजवायन के हैं बड़े फायदे : वनौषधि – 46

by bnnbharat.com
September 29, 2022
in वनौषधि
बड़ी अजवायन के हैं बड़े फायदे : वनौषधि – 46

बड़ी अजवायन के हैं बड़े फायदे : वनौषधि – 46

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प्रचलित नाम- बड़ी अजवायन
प्रयोज्य अंग- मूल एवं फल स्वरूप एक वर्षायु गुल्म, 2-3 फूट ऊँचा;
पत्ते गहराई तक कटे हुए,
पुष्प सफेद छोटे छोटे छत्रों में,
फल अंडाकार पीत वर्णी।
स्वाद-सुगंधित-कटु ।
रासायनिक संगठन– इसमें एक उड़नशील तेल हल्के पीले रंग का इसमें गंधक, एपोइल (विषैला पदार्थ) ग्लूकोसाइड (एपीन) एल्ब्युमिन, गोंद तथा क्षार पाये जाते हैं।
गुण-तिक्तरस युक्त, दीपन, ग्राही, बल्य, सुगंधित, पाचक, वातानुलोमक, उत्तेजक,
मूत्रल, कृमिघ्न तथा योनि संकोचन ।
उपयोग- आमवात, उदरशूल, आध्मान, वमन, कुपचन, दंतशूल, कृमिरोग, मूत्ररोग, श्वसनी शोथ, श्वासरोग, अश्मरी, यकृत तथा प्लीहा रोगों में इस का प्रयोग लाभकारी।
बड़ी अजवायन का तेल-इसका प्रयोग आमवात एवं संधिशोथ में लाभकारी।
मूल का प्रयोग यह मूत्रल एवं रसायन गुण के कारण सर्वांग शोथ एवं शूल में लाभकारी।
मस्तिष्क एवं वात नाड़ियों में इसके मूल की कोफी का सेवन बलकारी एवं लाभकारी।
जीर्णज्वर, जुकाम एवं शरीर में ठंड लगने में बड़ी अजवायन चार माशा नित्य प्रातः एवं सायं ठंडे जल के साथ सेवन से लाभकारी।
गर्भवती महिलाओं में जठराग्नि प्रदीप्त करने के लिये, बड़ी अजवायन, सोंठ, लींडी पीपर एवं जीरा इन सबका चूर्ण मधु के साथ सेवन से लाभ होता है।
अर्श में-इसकी पोटली बनाकर सेक करने से लाभ होता है।
उदररोग तथा उदर शूल में उष्ण जल के साथ थोड़ा सा सैन्धव लवण मिलाकर इसके फलों के बीज का सेवन करना चाहिए।
यह स्नायु शैथिल्यकर होने के कारण श्वसनी शोथ तथा श्वासरोग में लाभकारी। मात्रा-फल का चूर्ण-1-4 ग्राम ।

अजवायन का पौधा


Apium graveolens. Linn. UMBELLIFERAE
ENGLISH NAME:- Celery fruits. Hindi Ajwain
PARTS-USED:-Roots and Fruits.
DESCRIPTION:- An annual herb, about 2-3 feet high leaves are deeply dissected, Flowers White in small umbels, Fruits ovals and yellow.
TASTE:-Aromatic-Acrid. CHEMICAL CONSTITUENTS-Plant Contains: AVolatile oil of light yellow colour, Which Contains. Sulphur, Apoil (Poisnous Substans, Glucoside (Apiin) Albumin, Gum, Minerals.
ACTIONS:-Bitter, Stomachic, Astringent, Tonic, Aromatic, Digestive, Carminative, Stimulant, Diuretic, Anthelmintic, Uterine contraction.
USED IN:-Rheumatism Abdominal pain, Flatulance, Vomiting, Indigestion; Toothache,
Worms infestation, Urinetrouble, Bronchitis, Asthma, Calculii, Liver and Spleen trouble.

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