उत्तर प्रदेश के एक आईएएस और एक आईपीएस अफसर को सस्पेंड कर दिया गया है. योगी सरकार के इस एक्शन से अन्य विभाग के अधिकारियों में हडकम्प मच गया है. निलम्बित दोनों अफसरों पर भ्रटाचार के आरोप हैं. अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने गुरुवार को बताया कि यूपी सरकार ने सोनभद्र के जिलाधिकारी टी के शिबू और एसएसपी गाजियाबाद पवन कुमार को सस्पेंड कर दिया है. उन्होंने बताया कि दोनों अफसरों पर जनता से जुड़े कार्यों में कथित लापरवाही बरतने और अपराध नियंत्रण नहीं कर पाने के आरोप लगे थे.
अपर मुख्य सचिव देवेश चतुर्वेदी द्वारा जारी निलम्बन के आदेश में कहा गया है कि शिबू के विरुद्ध खनन, जिला खनिज न्यास समिति तथा अन्य निर्माण कार्यों में जनप्रतिनिधियों द्वारा भ्रष्टाचार की शिकायतें से संबंधित तथ्य शासन के संज्ञान में आए हैं. विधानसभा चुनाव में भी जिला निर्वाचन अधिकारी के रूप में गंभीर लापरवाही बरतने का भी मामला सामने आया था. मिर्जापुर मंडल के आयुक्त द्वारा की गयी जांच में शिबू को प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने के आधार पर शासन ने उन्हें सस्पेंड किया गया है. निलंबन की अवधि में शिबू को लखनऊ स्थित कार्यालय, राजस्व परिषद से संबद्ध रहने और बिना लिखित अनुमति प्राप्त किये राज्य मुख्यालय नहीं छोड़ने को कहा गया है.

