नई दिल्ली.किसी भी आपदा से निपटने के लिए सदैव तत्पर रहने वाली गृहिणी किसी भी आपदा से निपटने के लिए सदैव तत्पर रहने वाली 11वी वाहिनी राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के क्षेत्रीय प्रत्युत्तर केंद्र गोरखपुर की विशिष्ट प्रशिक्षित टीम गोरखपुर के तत्वाधान में आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में आज दिनांक 8 जनवरी 2022 दिन शनिवार को आपदा के विषय पर सशस्त्र सीमा बल के कैंपस में जवानों को प्रशिक्षण दिया गया.
जिसमें श्री पीएल शर्मा उप कमांडेंट के दिशा निर्देश पर एनडीआरएफ की टीम से निरीक्षक डीपी चंद्रा के द्वारा संरचना एवं कार्यशैली व आपदा प्रबंधन आपदा प्रबंधन के विषय में व्याख्यान दिया गया और उन्होंने बताया कि किसी भी आपदा के समय में स्थानीय समुदाय ही पहला रिस्पांडर होता है. बाढ़ के दौरान समुदाय के लोगों को राहत व बचाव कार्यों के प्रति जागरूक एवं सक्षम बनाने के लिए क्षमतावर्द्धन योजना के तहत एनडीआरएफ लगातार जागरूकता अभियान समय-समय पर चला कर लोगों को प्रशिक्षित करती है.
जिससे किसी भी आपदा के दौरान आवश्यकता पड़ने पर राहत व बचाव कार्य एक दल के रूप में उपयोग किया जा सके. तत्पश्चात उन्होंने यह भी बताया कि बाढ़, भूकंप जैसी आपदा से बचाव के लिए आपदा से पूर्व, दौरान, और बाद में अपनाई जाने वाली सावधानियों के बारे में विस्तृत जानकारी दिया गया.
इस दौरान बाढ़ के दौरान जीवन सुरक्षा हेतु स्थानीय संसाधनों से निर्मित रक्षक जैकेट व राफ्ट, दूषित जल को घर पर फिल्टर करने का तरीका, मच्छरों से बचाव के तरीके, सांप काटने पर किए जाने वाले उपचार तथा भूकंप भूस्खलन और आग जैसी आपदाओं में घायल हुए व्यक्तियों को अस्पताल से पूर्व चिकित्सा के बारे में बताया गया और साथ ही इन आपदाओं में प्रयोग किए जाने वाले रेस्क्यू तकनीकी फंसे हुए लोगों को निकालने उन्हें प्राथमिक उपचार देने के बारे में भी बताया.
इसके अतिरिक्त कार्यक्रम में मौजूद सशस्त्र सीमा बल के कर्मचारियों वअधिकारियों को चोट लगने पर प्राथमिक उपचार जैसे ड्रेसिंग, बैंडेज, खून का बहाव रोकना, फ्रैक्चर को स्थायित्व प्रदान करना जीवनसाथी सी पी आर का प्रयोगात्मक प्रशिक्षण दिया गया.
इस अवसर पर सहायक कमांडेंट राजकुमार, निरीक्षक सत्यवीर सिंह, मुख्य आरक्षी अरुण कुमार एवं अन्य जवान उपस्थित रहे.

