नई दिल्ली.यूपी चुनाव का मंच सज चुका है. प्रदेश में ताबड़तोड़ रैलियां हो रही हैं. हर राजनीतिक दल अपनी ताकत को बढ़ाने में जुटा हुआ है. प्रदेश में विधानसभा चुनाव का माहौल बन चुका है. ऐसे में सवाल यही उठ रहा है कि आखिर चुनाव तारीखों का ऐलान कब होगा? इसको लेकर जो संकेत मिल रहे हैं, उसके अनुसार जनवरी के पहले ही पखवाड़े में चुनाव आयोग तारीखों का ऐलान कर देगा.
जनवरी के पहले हफ्ते में चुनाव तारीखों के ऐलान की चर्चा थी, लेकिन देश में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर और ओमीक्रोन के खतरे के कारण इसमें देरी हुई.
भारत निर्वाचन आयोग की टीम उत्तर प्रदेश का दौरा कर चुकी है. टीम ने पहले चुनाव को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों से चर्चा की. इसके बाद यूपी पहुंची आयोग की टीम ने जिला स्तर पर कोविड-19 के खतरे के संबंध में जानकारी ली. इसके अलावा आयोग ने तमाम राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा कर उनकी शिकायताओं और सुझावों को भी जाना है. यूपी पहुंची आयोग की टीम अपनी रिपोर्ट निर्वाचन आयोग को देगी. इसी आधार पर प्रदेश में चुनाव तिथि का ऐलान होगा.
वर्ष 2017 में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव तारीखों के ऐलान से इस बार के चुनाव तारीखों के ऐलान में एक सप्ताह की देरी संभव है. उम्मीद की जा रही है कि 10 से 15 जनवरी के बीच आयोग की ओर से चुनाव तारीखों का ऐलान होगा. वर्ष 2017 में चार जनवरी को चुनाव तारीखों का ऐलान किया गया था. आयोग ने वर्ष 2017 में 11 फरवरी से लेकर 8 मार्च के बीच सात चरणों में विधानसभा चुनाव कराने की घोषणा की थी. माना जा रहा है कि इस बार चरणों की संख्या में कुछ कमी हो सकती है. इसका कारण कोरोना के खतरे को देखते हुए तेजी से चुनावी प्रक्रिया को पूरा कराना माना जा रहा है.
पीएम मोदी की है 9 को लखनऊ में रैली
प्रदेश में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी अभी जन विश्वास यात्रा निकाल रही है. प्रदेश के विभिन्न जिलों में जन विश्वास यात्रा का आयोजन किया जा रहा है. इस क्रम में प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के भाजपा के नेता इसमें शामिल हो रहे हैं. निचले स्तर पर माहौल बनाने का कार्य चल रहा है. जन विश्वास यात्रा का समापन 9 जनवरी को लखनऊ की जनसभा के जरिए होना है. इसमें भाजपा भारी भीड़ जुटाने की तैयारी में है. इस रैली में पीएम मोदी कुछ बड़े ऐलान भी कर सकते हैं. माना जा रहा है कि इसके बाद चुनाव आयोग की ओर से चुनावी तारीखों का ऐलान भी हो जाएगा.

