नई दिल्ली.Wwe में विरोधी चाहे जैसा हो लेकिन खली उससे कभी डरे नहीं, तभी वह ‘ग्रेट खली’ कहलाते हैं. लेकिन सियासत के रिंग में उतरने से पहले ही उन्होंने अपने पांव वापस खींच लिए. खली पिछले कुछ महीनों से राजनीतिक नेताओं से मुलाकात में दिलचस्पी दिखा रहे थे और यहीं से कयास का सिलसिला शुरू हुआ था कि क्या वह राजनीति के रिंग में भी अपनी ताकत का लोहा मनवाना चाहते हैं.पहले उन्होंने अखिलेश यादव से मुलाकात की थी. अखिलेश यादव ने उनके साथ हुई मुलाकात का फोटो खुद शेयर किया था.
अखिलेश से यह सवाल भी हुआ था कि क्या वह खली को समाजवादी पार्टी में ले रहे हैं तो उन्होंने कहा था कि इस सवाल का जवाब खली ही दे सकते हैं.
अरविंद केजरीवाल ने किया था ट्वीट
पिछले नवंबर महीने में दिल्ली में खली ने केजरीवाल से मुलाकात की, तब कहा गया कि वह आम आदमी पार्टी के टिकट पर पंजाब से चुनाव लड़ सकते हैं. केजरीवाल ने खुद ट्वीट किया था, ‘आज मेरी मुलाकात एक ऐसे पहलवान द ग्रेट खली से हुई, जिन्होंने भारत को पूरी दुनिया में मशहूर कर दिया.
उन्हें दिल्ली में बिजली, पानी, स्कूल और अस्पताल पर किया गया काम पसंद आया. अब जबकि यह सारा काम हमने पंजाब में भी कर लिया है, हम मिलकर पंजाब को बदलेंगे.’अब जब पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की अधिसूचना इसी हफ्ते आने वाली है तो खली का बयान आ गया कि अभी यह उनके राजनीति में आने का उचित समय नहीं है. कहा जा रहा है कि खली को कुछ लोगों ने सलाह दी कि उनके लिए अभी किसी खास राजनीतिक दल से बंधना उचित नहीं है. अगर राजनीति में ही आना है तो राष्ट्रीय दल के साथ उतरना बेहतर रहेगा.
दी यह सफाई
राष्ट्रीय स्तर पर तो बीजेपी का ही दबदबा है लेकिन पंजाब में वह मजबूत नहीं है. इस वजह से ‘ग्रेट खली’ ने आम आदमी पार्टी का ठप्पा लगवाने के बजाय उससे दूरी बना ली. केजरीवाल से अपनी मुलाकात पर उन्होंने सफाई भी दी कि ‘हम मुख्यमंत्रियों से तो मिलते ही रहते हैं. केजरीवाल से भी मिल लिए थे.’
