नई दिल्ली.इत्र कारोबारी पीयूष जैन के कानपुर स्थित घर से मिली 177 करोड़ की नकदी के बाद अब कन्नौज से लगातार नोटों के बोरे निकल रहे हैं। अबतक 280 करोड़ रुपये की बरामदगी की बात सामने आ रही है। आयकर की जांच में नकदी किनकी है, ये पता चलेगा और इसमें कई बड़े फंस सकते हैं। बहुत से लोग अपनी अघोषित संपत्ति दूसरे के पास रखते हैं और उसका निश्चित शुल्क भी देते हैं। अधिकारियों के मुताबिक आय और छापे में मिली रकम मे इतना बड़ा अंतर होता है तो उसमें 105 प्रतिशत टैक्स और जुर्माना लगाया जाता है। इसका मतलब है कि छापे में जो रकम बरामद हुई है वह तो वापस नहीं मिलेगी। इसके अलावा पांच फीसद धन और देना होगा। अभियोजन के कार्यवाही अलग होगी।

