जालंधर के पीएपी ग्राउंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली होने वाली है. इस बार पंजाब पुलिस कोई रिस्क नहीं लेते नही दिख रही. पंजाब पुलिस ने रैली से पहले ही प्रधानमंत्री का विरोध करने वाले किसान नेताओं को उनके घरों में ही नजरबंद कर दिया है। पुलिस ने सोमवार को तड़के ऐसे किसान नेताओ के घर से बाहर निकलने पर रोक लगा दी है। भारतीय किसान यूनियन राजेवाल के यूथ प्रधान अमरजोत सिंह ज्योति निवासी जंडियाला मंजकी ने तड़के ही वीडियो जारी कर पुलिस की ओर से सुबह ही गांवों में नाकाबंदी कर किसान नेताओं को घरों में नजरबंद करने के बारे में बताया है। अमरजोत सिंह ज्योति ने कहा कि जत्थेदार कश्मीर सिंह जंडियाला की अगुआई में किसानों को पीएम नरेंद्र मोदी की रैली का विरोध करने के लिए प्रदर्शन करना था, लेकिन उन्हें ऐसा करने से रोका गया है।
किसानों से मिली जानकारी के अनुसार, दोआबा किसान संघर्ष कमेटी के नेताओं को किशनगढ़ और भोगपुर तथा जंडियाला मंजकी के अलावा अन्य गांवों में नजरबंद कर दिया गया है। दोआबा किसान संघर्ष कमेटी के नेता बलविंदर सिंह मल्ली , संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य मुकेश चंद्र, किसान नेताओं व यूनियन के सदस्यों को घरों में ही नजरबंद किया है। किसान नेताओं ने बताया कि उन्हें अपनी मांगों को लेकर पीएम मोदी को काला झंडा दिखाकर रोष व्यक्त करना था। राज्य सरकार ने किसान नेताओं को नजरबंद कर लोकतंत्र की हत्या करने का प्रयास किया है।
दोआबा किसान वेलफेयर कमेटी के प्रधान हरसुलिंदर सिंह ने भी उनके गांव की नाकाबंदी करने की बात कही है। इसकी वजह से पूरे गांव के लोगों को भी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है।

