पुलिस केवल चोरों को पकड़ने में दिलचस्पी नहीं रखती , उसकी दिलचस्पी साहित्य और सामाजिक कार्यो में भी रहती है. पलामू पुलिस के कार्यशैली को देख कर तो यही लगता है. बच्चों के बीच साहित्यिक जागरुकता और देशभक्ति को बढ़ावा देने को लेकर पलामू पुलिस का प्रयास सराहनीय है. पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा की पहल पर एक कविता पाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है।
पलामू पुलिस की ओर से बच्चों के बीच कविता पथ का आयोजन किया गया था. ऑनलाइन प्रतियोगिता में बच्चों ने मोबाइल पर रिकॉर्डिंग कर पुलिस द्वारा जारी नम्बर पर भेजा. कविता पाठ प्रतियोगिता का आयोजन तीन श्रेणियों में किया गया था. पहली श्रेणी की प्रतियोगिता में कक्षा पांच से सात के छात्रों ने द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी की रचित वीर तुम बढे चलो… कविता का पाठ किया.. दूसरी श्रेणी में कक्षा में आठ से कक्षा दस के छात्रों के लिए जयशंकर प्रसाद की रचित हिमाद्री तुंग श्रृंग से… कविता का पाठ करना था. तीसरी श्रेणी में 11 वीं और 12 वीं के छात्र-छात्राओं को रामधारी सिंह दिनकर की कविता शक्ति और क्षमा … कविता का पाठ किया.
सरस्वती विद्या मंदिर मेदिनीनगर के प्रधानाचार्य रमेश कुमार सिंह ने बताया कि छात्र-छात्राओं ने उत्साह पूर्वक भाग लिया. जिसमे विद्यालय की छात्र अर्पिता कुमारी ने तीसरी श्रेणी में प्रथम स्थान प्राप्त किया. वहीँ दूसरी श्रेणी में जया कुमारी को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ. प्रतियोगिता में सम्मिलित शेष सभी प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार दिया गया.
पलामू एसपी चन्दन कुमार सिन्हा ने सफल बच्चों को सम्मानित किया. उन्होंने कहा कि पहले बच्चे साहित्य को लेकर जागरूक ज्यादा रहते थे. कविता पाठ और कविता पाठ की शैली पढाई का महत्वपूर्ण हिस्सा थी. उन्होंने बताया कि इस तरह की प्रतियोगिता से बच्चों में साहित्यिक लगाव को बढ़ावा मिलेगा और वे जागरूक भी होंगे.

