पटना. देश के उच्च पर्वतीय इलाकों में लगातार हिमपात होने और ठंडी हवाएं चलने का असर मैदानी भागों में भी देखने को मिल रहा है. पूरा उत्तर और पूर्वी भारत कड़ाके की ठंड की चपेट में है. बिहार में भी सर्दी का सितम जारी है. घने कोहरे और ठंडी हवाओं ने आमलोगों की मुश्किलों को और बढ़ा दिया है. प्रदेश की राजधानी पटना समेत अन्य जिलों में पारा लगातार लुढ़कता जा रहा है. ऐसे में कई इलाकों में शीतलहर का प्रकोप है. घना कोहरा छाए रहने से लोगों का घर से निकलना तक मुश्किल हो गया है. इससे आम जनजीवन पर व्यापक असर पड़ा है.
पटना में मंगलवार सुबह का पारा 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है. इससे शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है. दूसरी तरफ, कड़ाके की ठंड और शीतलहर के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए प्रदेश के स्कूलों में 8वीं तक की कक्षाएं 8 जनवरी तक के लिए रद्द कर दी गई हैं. ठंड को देखते हुए सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों के प्राथमिक और मध्य विद्यालयों को लेकर आदेश जारी किया गया है. उच्च विद्यालयों में कक्षाओं के समय में बदलाव किय गया है. आदेश को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है. अब मौसम के मिजाज को देखते हुए पहली से 8वीं कक्षा तक के स्कूलों को 8 जनवरी के बाद खोलने पर फैसला लिया जाएगा.
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, दूसरा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है. इसका असर आने वाले एक से दो दिनों में देखने को मिल सकता है. दूसरा पश्चिमी विक्षोभ का असर 6 से 8 जनवरी तक देश के मैदानी इलाकों में पहुंचने के आसार है. स्काईमेट वेदर की मानें तो इस दौरान उत्तर के मैदानी इलाकों में बारिश के आसार हैं. बता दें कि दिसंबर के आखिरी सप्ताह में बिहार के कई इलाकों में बारिश् हुई थी. इससे तापमान में और गिरावट दर्ज की गई थी.

