गोरखपुर : गोरखपुर शहर से सीट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ खड़ीं कांग्रेस की प्रत्याशी चेतना पाण्डेय का नामांकन पत्र खारिज हो गया है। उत्तर प्रदेश चुनाव के महत्वपूर्ण सीट और मुख्यमंत्री योगी के विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन पत्र ख़ारिज हो जाने से कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है.
नामांकन पत्र खारिज होने के बाद चेतना पाण्डेय पक्षपात का आरोप लगाकर कलेक्ट्रेट के बाहर धरने पर बैठ गई.
चेतना पाण्डेय कवियत्री तथा गायिका होने के साथ निर्दलीय विधानसभा चुनाव भी लड़ चुकी हैं। वह गोरखपुर विश्वविद्यालय छात्रसंघ की पूर्व उपाध्यक्ष भी हैं। इसी कारण सीएम योगी आदित्यनाथ को घेरने के लिए कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया है। समाजवादी पार्टी ने मुख्यमंत्री के करीबी रहे सुभावती शुक्ला को मैदान में उतारा है। सुभावती शुक्ला के पति उपेंद्र दत्त शुक्ला भी भाजपा के बड़े नेता रहे हैं। वह गोरखपुर मेरू 2017 का लोकसभा उप चुनाव भाजपा के टिकट पर लड़े थे।
कांग्रेस की घोषित प्रत्याशी चेतना पाण्डेय 2017 के विधानसभा चुनाव में सहजनवां निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था। इस दौरान उन्हें 2200 वोट ही मिले थे। चेतना पाण्डेय ने 2019 में कांग्रेस की सदस्यता ली थी। राजनीति में सक्रिय होने के साथ वह कवियत्री, तबला वादक और पत्रकार भी है। पिछले काफी समय से गोरखपुर जोन के 11 जिलों में समाज सेवा और महिलाओं के लिए काम कर रही है

