श्राइन बोर्ड द्वारा वैष्णो देवी भगदड़ पर एक आधिकारिक बयान जारी किया गया है. जिसमें कहा गया है कि श्री माता वैष्णो देवी भवन में गेट नंबर 3 के पास करीब 2:15 बजे दुर्भाग्यपूर्ण घटना शुरू हुई. बयान में यह भी कहा गया है कि बचाव अभियान तुरंत शुरू कर दिया गया. कुल 12 लोगों की जान चली गई है जबकि 13 अन्य घायल हो गए हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार “लगभग 2:15 बजे, श्री माता वैष्णो देवी भवन में गेट नंबर 3 के पास एक दुर्भाग्यपूर्ण भगदड़ हुई. श्राइन बोर्ड के अधिकारियों, जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा बचाव और निकासी अभियान तुरंत शुरू किया गया.”
वैष्णो देवी भगदड़
नए साल की पूर्व संध्या पर रिपोर्ट की गई एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में, जम्मू और कश्मीर में त्रिकुटा पहाड़ियों के ऊपर प्रसिद्ध माता वैष्णो देवी मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ के कारण मची भगदड़ में कम से कम 12 तीर्थयात्रियों की जान चली गई और कई घायल हो गए. अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि भगदड़ आधी रात के बाद हुई और घायलों को अस्पताल ले जाया गया.
जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने भी घोषणा की है कि भगदड़ में जान गंवाने वालों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये और घायलों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी. श्राइन बोर्ड घायलों के इलाज का खर्च उठाएगा.जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने माता वैष्णो देवी मंदिर में मची भगदड़ की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा है कि एडीजीपी, जम्मू और मंडलायुक्त के सदस्यों के साथ प्रधान सचिव (गृह) की अध्यक्षता वाली एक जांच समिति मामले की जांच करेगी और जल्द से जल्द प्रशासन को रिपोर्ट करेगी. समिति के आज जम्मू-कश्मीर के करात में घटना स्थल का दौरा करने की संभावना है.

