रांची: फेडरेशन ऑफ पैरेंट्स एसोसिएशन, इंडिया के महासचिव अजय राय ने कहा है कि झारखंड में निजी स्कूलों के संचालक अभिभावकों का शोषण करने पर आमादा हैं. लॉकडाउन की अवधि का स्कूल फीस व अन्य मद में राशि जमा करने का लगातार अभिभावकों पर दबाव बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा है कि ऐसे वैश्विक संकट के समय, जब पूरी दुनिया कोविड-19 वायरस के प्रकोप से परेशान है. वहीं, झारखंड के सत्ता पक्ष और विपक्ष के कुछ नेतागण अभिभावकों के जख्म पर मरहम लगाने की बजाय स्कूल प्रबंधन के समर्थन में उतर आए हैं. उन्होंने कहा कि निजी स्कूल प्रबंधन राज्य के शिक्षा मंत्री के आदेशों का खुलकर उल्लंघन कर रहे हैं. लगातार अभिभावकों के ऊपर दवाब बनाकर फीस जमा करने संबंधी नोटिस दे रहे हैं. बच्चों के नाम काट दिए जाने की अभिभावकों को धमकी भी दी जा रही है.
राय ने कहा कि उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है कि सभी स्कूलों का पिछले पांच साल का बैलेंस शीट की जांच सीएजी से करवायें, ताकि स्कूलों की सही आर्थिक स्थिति का अवलोकन हो. जिन स्कूलों की आर्थिक स्थिति सही हो, वहां लॉकडाउन अवधि की सभी तरह का फीस माफ हो. जिन स्कूलों की आर्थिक स्थिति खराब हो, उन्हें उनकी मिनिमम आवश्यकताओ को आर्थिक सहायता मुहैया कर पूरी कराई जाय.