आईसीजे के फैसले को भारत की बड़ी जीत के तौर पर देखा जा रहा है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत कुलभूषण जाधव की जल्द रिहाई और वतन वापसी के लिए जोर-शोर से काम करना जारी रखेगा. वहीं, विपक्षी दल कांग्रेस ने भी फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि न्याय की जीत हुई है, लेकिन उसने साथ ही कहा कि जाधव की सुरक्षा का मामला अब भी चिंता का विषय है. उधर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि सच्चाई और न्याय की जीत हुई है.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह ऐतिहासिक निर्णय इस मामले में भारत के रुख को पूरी तरह मान्य ठहराता है. विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान से कहा कि वह जाधव को तत्काल राजनयिक पहुंच मुहैया कराने जैसे आईसीजे के निर्देश को लागू करें. आईसीजे ने अपनी सुनवाई में पाकिस्तान को भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को सुनाई गई मौत की सजा की समीक्षा करने और उन्हें राजनयिक पहुंच प्रदान करने के लिए कहा है. पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि हम आईसीजे के आज के फैसले का स्वागत करते हैं. सच्चाई और न्याय की जीत हुई है. आईसीजे को तथ्यों के गहन अध्ययन पर आधारित फैसले के लिए बधाई.
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भी फैसले का स्वागत किया. उनके सचिवालय ने ट्वीट किया कि मैं कुलभूषण जाधव को न्याय दिलाने के लिए सरकार के अथक प्रयासों की सराहना करता हूं और उम्मीद करता हूं कि इस फैसले से उनके परिवार वालों को सांत्वना मिलेगी. गृह मंत्री और भाजपा प्रमुख अमित शाह ने ट्वीट करके आईसीजे के फैसले को सच्चाई की जीत बताया.
उन्होंने कहा कि यह फैसला सच्चाई की जीत है और मानव सम्मान की रक्षा करता है. यह मोदी सरकार के राजनयिक प्रयासों और सभी भारतीयों की सुरक्षा को लेकर उनकी प्रतिबद्धता का एक अन्य उदाहरण है. मैं इस मामले में हरीश साल्वे जी के विलक्षण प्रयासों के लिए उन्हें बधाई देता हूं. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि उन्होंने जाधव के परिवार से बात की और उनके साहस की सराहना की. उन्होंने ट्वीट किया सत्यमेव जयते. वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसे भारत के लिए एक बड़ी जीत करार दिया.