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प्रवासी मजदूरों की घर वापसी को लेकर प्रदेश भाजपा चिंतित
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सोशल मीडिया के माध्यम से प्रदेश भर के कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार से किया आग्रह
रांची: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने आज पार्टी द्वारा प्रदेश भर में निर्धारित कार्यक्रम के तहत 11 बजे सुबह फेसबुक लाइव के माध्यम से कहा कि हेमंत सरकार को प्रवासी मजदूरों को वापस बुलाने के लिये जितना तत्पर और संवेदनशील होना चाहिये उतना यह सरकार नहीं हो रही.
आज भी लाखों मजदूर घर लौटने की बाट जोह रहे. स्थिति इतनी भयावह होती जा रही कि लोग हजारों की संख्या में छोटे छोटे बच्चों, महिलाओं के साथ मिलों तक पैदल चल रहे है,दुर्घटनाओं के शिकार भी हो रहे.
उन्होंने कहा कि सरकार वास्तविकता पर पर्दा डाल रही है.उन्हें बताना चाहिय की आखिर मजदूरों को लाने में कठिनाई कहां है. केंद्र सरकार ट्रैन तैयार करके बैठी है. यार्ड में गाड़ियां इंतजार कर रही है और मजदूर पैदल चलने को विवश हैं.
प्रकाश ने कहा कि बूढ़े मां बाप की आंखे अपने बेटोंके इंतजार में पथरा गई है. उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग किया कि जल्द आवश्यक ट्रेनों की राज्य सरकार स्वीकृति दे ताकि मजदूर शीघ्र अपने घरों तक सुरक्षित लौट सकें.
संगठनमहामंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश, बिहार जैसे राज्यों ने जब बड़ी संख्या में मजदूरों को वापस बुला लिया तो फिर झारखंड सरकार क्यों चुप बैठी है. उन्होंने कहा कि इससे यह स्पष्ट संदेश जाता है कि राज्य सरकार का होमवर्क या तो सही नहीं या फिर मंशा साफ नहीं.
केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता अर्जुन मुंडा ने कहा कि कांग्रेस समर्थित सरकार कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्देशों का पालन कर रही क्या? 15 प्रतिशत किराया चुकाने की बात करने वाले आवश्यकतानुसार अपने राज्य से ट्रेन की स्वीकृति भी नहीं दिला पा रहे.
उन्होंने मजदूरों की हालत पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार शीघ्र सभी रूटों पर ट्रैन की स्वीकृति देते हुए लाखों मजदूरों को लौटने की व्यवस्था सुनिश्चित करें.
नेता विधायकदल एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि राज्य सरकार मजदूरों के साथ ऐसा व्यवहार क्यों कर रही है यह बात समझ मे नहीं आ रही. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एक जन प्रतिनिधि के रुप मे व्यवहार क्यों नहीं कर रहे. जनता के दुख दर्द को समझना एक जन प्रतिनिधि का नैतिक दायित्व और कर्तव्य है. उन्हें सरकार के मुखिया के नाते इस संकट के दौर में त्वरित निर्णय लेना चाहिये. उन्होंने कहा विलंब से हुआ न्याय, न्याय नहीं होता.
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि राज्य के मंत्रियों के विरोधाभासी बयानों एवं गंभीर मुद्दे पर भी टालमटोल की नीति से राज्य की जनता को बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा. उन्होंने रेल मंत्री के उनके बात चीत का हवाला देते हुए कहा कि मुम्बई में फंसे मजदूरों के लिये राज्य सरकार ने अबतक कोई ट्रैन की स्वीकृति नहीं दी है फिर भी राज्य सरकार जनता कोदिग्भ्रमित करने में लगी है.
कुछ ट्रेनों को लाकर ही वाहवाही बटोरने में पूरा सरकारी तंत्र लगा हुआ है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में सोशल मीडिया भी अपनी बातों को जनता तक पहुंचाने का बड़ा माध्यम है. पार्टी ने आज अपनी बात और मजदूरों के प्रति चिंता को व्यक्त किया है. उन्होंने राज्य सरकार से मजदूरों को शीघ्र वापस लाने की मांग की.
आज के इस सोशल मीडिया अभियान में प्रदेश के सभी पदाधिकारी, विधायक सांसदगण, जिला के अध्यक्ष गणसहित हजारों कार्यकर्ताओं ने फेसबुक लाइव के माध्यम से राज्य सरकार का ध्यान मजदूरों की समस्या पर आकृष्ट कराया.