पटना: कभी ऐसे समय थे कि फूलों की खेती कर लाखों रूपये कमाने वाले किसानों के समक्ष करोना वायरस जैसे वैश्विक महामारी ने भूखमरी के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है. जिसके वजह से फूलों की खेती करने वाले किसानों को दो वक्त की रोटी की भी नसीब नहीं हो पा रही है. बताते चलें कि राजापाकर प्रखंड के विभिन्न गांव सरसई, बाकरपुर, नारायणपुर, बेरईफतेहपुर आदि अनेकों गांव में कई किसान फूलों की खेती कर अपने जीविका उपार्जन करते थे.
अपने खेतों से उपजा हुआ फूल पटना, हाजीपुर, मुजफ्फरपुर समेत अन्य शहरों में भेजकर अच्छी खासी कमाई करते थे परंतु लॉकडाउन के वजह से उनके फूल खेत में हीं सड़ रहे हैंं. जिसके वजह से फूलों की खेती करने वाले किसानों के समक्ष भूखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. इस बावत फूलों की खेती करने वाले किसान राजेन्द्र मालाकार, सुरेश भगत, रंजीत भगत, चंदन मालाकार, अनिल मालाकार ने संयुक्त रूप से बताया कि हमलोग विगत 15 वर्षों से फूलों की खेती कर अच्छी खासी कमाई करते थे. हम लोग अपने खेतों से फूल शादी-विवाह, मंदिर, धार्मिक स्थल, पर्व-त्योहार में भेजकर परिवार का भरण-पोषण करते थे. परंतु वर्तमान परिवेश में केन्द्र सरकार द्वारा करोना महामारी जैसी बिमारी के वजह से लगाए गए लॉकडाउन के कारण हमलोगों के समक्ष भुखमरी की स्थिति हो गयी है. जिसके वजह से हमलोग का फूल तो खेतों में उपज रहे हैं लेकिन कहीं भी उसका निर्यात नहीं हो पा रहा है.
वैशाली जिले के किसानों व खासकर माली समुदाय ने कहा कि इस मामले पर बिहार सरकार एवं कृषि मंत्री को गंभीरता से लेनी चाहिए ताकि हम लोगों के समक्ष व्याप्त भुखमरी का निदान हो सके। लेकिन करोना वैश्विक महामारी ने उनके समक्ष ग्रहण लगा दी. बावजूद अब तक उन्हें न तो किसी प्रकार कोई सरकार द्वारा मदद मिल रही है और ना हीं वैशाली जिला के आला अधिकारी द्वारा उन्हें किसी प्रकार का कोई ध्यान दिया जा रहा है. उनके वजह से खासकर माली समुदाय अपने आप को असहाय महसूस कर रहे हैं. मालूम हो कि वैशाली जिले के सभी प्रखंउ के सैंकड़ों गॉंव जैसे राजापाकर, सरसई, बाकरपुर, जंदाहा, अकबरपुर, मलाही, धरहरा, जतकौली, बेनीपुर, मथुरा, पानापुर, हरिहरपुर, सहथा, पकड़ी आदि सैंकड़ों गांवों में बड़े पैमाने पर खासकर माली समाज के लोगों ने जबरदस्त फूलों की खेती कर रखी है.
बिहार प्रदेश युवा कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार ने वैशाली जिला हीं नहीं अपितु पूरे राज्य के खासकर मालाकार समाज से जुड़े लोग जो फूल की खेती पर हीं पूर्ण रूप से आधारित है. उनके समक्ष आये इस वैश्विक महामारी के कारण समस्या के निदान के लिए केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार से अपील की है कि पूरे प्रदेश के फूल के किसानों को अविलंब आर्थिक मदद प्रदान की जाय. यदि केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार के द्वारा समय रहते आर्थिक सहायता के लिए सक्षम कदम नहीं उठाया गया तो मालाकार समाज के लोग भूखमरी के कारण करोना से नहीं भूख के ज्वाला में समाहित हो जायेंगे. कुमार ने केन्द्र एवं राज्य सरकार को चेतावनी लहजे में सचेत भी किये कि यदि केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार के द्वारा ऐसा नहीं किया गया तो कांग्रेस के बैनर तले इनके द्वारा राज्य व्यापी आंदोलन किया जायेगा. कुमार मुख्यमंत्री, बिहार से प्रार्थना भड़े शब्दों में इस समाज के आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए आग्रह किया है.