मॉस्को: रूस इस समय राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन के पसंदीदा और सबसे खतरनाक फाइटर जेट सुखोई-57 का सीक्रेट ट्रायल कर रहा है. दिलचस्प बात है कि इन सीक्रेट जेट्स के ट्रायल में रोबोट्स को शामिल किया गया है.
यानी जेट्स उड़ाने के लिए आने वाले दिनों में अगर पायलट की जगह रोबोट्स की भर्ती हो तो हैरान मत होइएगा. रूस को रक्षा तकनीक का बादशाह माना जाता है और इन जेट्स की मदद से वह आने वाली कई सदियों तक रक्षा क्षेत्र में अपना दबदबा कायम कर रख सकता है.
न्यूज एजेंसी से बताया गया है कि हाल ही में सु-57 ने एक गुमनाम जगह पर अपनी उड़ान को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है. सु-57 रूस का पहला स्टेल्थ जेट है और इसे पांचवीं पीढ़ी का फाइटर जेट करार दिया जा रहा है. यह खबर ऐसे समय में सामने आई है जब यह दावा किया जा रहा था कि रूस इस तरह के हथियार और जेट्स की फौज तैयार कर रहा है जो आने वाले समय में युद्ध के मैदान में इंसानों की जगह ले सकती है.
हालांकि इस दावे की पुष्टि अभी तक नहीं हुई है और कहा जा रहा है कि अगर रूस ने वाकई रोबोट की मदद से उड़ने वाले फाइटर जेट तैयार कर लिया है जो मिलिट्री जेट को एक नए लेवल पर लेकर जा सकता है.
साल 2018 पुतिन ने एक जेट को टेस्ट के लिए सीरिया भेजने का आदेश दिया था. इस जेट को वास्तविक मौसम में टेस्ट किया गया था और इसका मकसद देश की हवाई ताकत का प्रदर्शन करना भी था.
कहा जा रहा है कि रूस के जवाब में अमेरिका की सेना एफ-22 रैप्टर जेट को तैयार कर रही यह जेट हवा और जमीन पर रडार की पकड़ में आए बिना दुश्मन को निशाना बना सकता है.