रांची: आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने कहा है कि शराब की दुकानें तो पूरे राज्य में खुलवाने में जल्दाबाजी करने वाली राज्य सरकार को अगर सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले लाखों बच्चों की चिंता है, तो उनके हाथों में किताबें भी पहुंचाई जाए. किताबें छपकर अधिकतर प्रखंड मुख्यालयों में पड़ी हैं.
आजसू अध्यक्ष ने कहा है कि लॉकडाउन के चलते स्कूल बंद हैं. बच्चों की पढ़ाई बाधित हैं. योजनाबद्ध तरीके से छात्रों के घरों तक किताब पहुँचाना जरूरी है. अगर उन तक किताबें पहुंच जाए, तो वे कम से कम घरों में पढ़ सकेंगे.
शराब की दुकानें खोलने के लिए सरकार से लेकर सिस्टम की चिंता जगजाहिर है. लेकिन लाखों बच्चों की भविष्य से जुड़े मसले पर भी गंभीरता दिखाने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि किताबें समय पर बच्चों तक पहुंचे, इसके लिए पहले ही जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए. लेकिन सरकार के कामकाज पर गौर करने से लगता है कि उसकी चिंता दूसरी तरफ है. शराब की दुकानें खोलने के लिए पूरा सरकारी तंत्र लगाया जा सकता है, तो बच्चों को शिक्षा से वंचित क्यों किया जा रहा है ?