रांची : झारखंड में बुधवार को कोरोना पॉजिटिव 38 नये मरीज मिले है. इसके साथ ही राज्य में झारखंड में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 286हो गयी. एक ही दिन में 38 मरीज पाये जाने के साथ ही झारखंड में नया रिकॉर्ड बन गया है. इन 6 नए मरीजों में से 5 हजारीबाग और 1 सरायकेला से हैं.
ससे पहले आज ही गढ़वा जिले में आज सबसे अधिक 18 कोरोना संक्रमित मरीज पाये गये, जबकि कोडरमा और पूर्वी सिंहभूम जिले में पांच- पांच कोरोना संक्रमित मरीज मिले। वहीं गिरिडीह में दो गुमला जिले से भी एक कोरोना पॉजिटिव मरीज की पुष्टि हुई है. जबकि हजारीबाग और गुमला में भी एक-एक कोरोना संक्रमित मिलने की पुष्टि हुई है.
गढ़वा जिले में प्रवासी श्रमिकों की वापसी के बाद बुधवार को सबसे अधिक 18 नये मरीज की पुष्टि हुई. इससे पहले इस जिले में कोरोना संक्रमित 28 मरीज मिल चुके है.
वहीं गिरिडीह जिले के जमुआ थाना के चनमनो सरकारी कवारेन्टीन सेंटर में दो कोरोना संक्रमित व्यक्ति पाए गए हैं। गिरिडीह सिविल सर्जन डॉ अवधेश कुमार सिन्हा ने बताया कि ये दोनों भी प्रवासी मजदूर सूरत से आये हैं।इसके पहले भी एक व्यक्ति इसी सेंटर से कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. गिरिडीह जिले में इसी के साथ कोरोना मरीजो की संख्या 12 हो गई है. सिविल सर्जन ने बताया कि मरीज को लाने के लिए एम्बुलेंस रवाना हो गया है.रात में उसे कोविड अस्पताल में भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया जायेगा.
जमशेदपुर में बुधवार को एक साथ पांच मरीजों के सामने आने से इलाके में सतर्कता बढ़ा दी गयी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार जमशेदपुर के गोविंदपुर इलाके में दिल्ली में पढ़ाई कर रही लड़की अपने दादा के साथ वापस घर आयी थी, जिसके बाद लोगों की मांग पर स्वासथ्य विभाग की टीम ने उसका सैंपल लिया था और लड़की तथा उसके दादा के अलावा उसकी मां को भी पॉजिटिव पाया गया है। तीनों को घर से सीधे टीएमएच स्थित कोविड-19 अस्पताल ले जाया गया है. साथ ही जिला प्रशासन द्वारा गोविंदपुर इलाके को सील कर कंटेनमेंट जोन बनाया जा रहा है। साथ ही कांटैक्ट हिस्ट्री के बारे में भी छानबीन की जा रही है.
इसके अलावा मानगो और गोलमुरी से भी एक-एक मरीज को भी पॉजिटिव पाया गया है, एमजीएम अस्पताल में ये दोनों मरीज को पहले ही भर्त्ती कराया गया था। मानगो का युवक मुंबई से आया था, जबकि गोलमुरी का रहने वाला युवक बंगलुरू से वापस आया था और दोनों को आने के बाद सीधे एमजीएम अस्पताल में भर्त्ती कराया गया था और वे किसी भी व्यक्ति के संपर्क में नहीं आये थे.