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ट्रेन से भी 100 श्रमिक लौट रहे है झारखंड
रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस राहत निगरानी (कोविड-19) समिति की बैठक आज रांची स्थित पार्टी कार्यालय में संपन्न हुई. बैठक में समिति के सदस्य प्रदीप तुलस्यान, आलोक कुमार दूबे, राजेश गुप्ता छोटू, लाल किशोरनाथ शाहदेव उपस्थित थे.
इस बैठक में जीवन के साथ-साथ जीविका भी जरूरी के सिद्धांत के तहत झारखंड लौट रहे प्रवासी श्रमिकों को हरसंभव सहायता और उनसभी को सुरक्षित घर तक पहुंचाने के लिए चलाये जा रहे अभियान की समीक्षा की गयी.
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अलोक कुमार दूबे ने बताया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल की ओर से उपलब्ध कराये गयी निजी मदद के तहत गुजरात से 143 प्रवासी श्रमिक गोड्डा और जामताड़ा जिले बसों के माध्यम से सुरक्षित अपने घर पहुंच गये है.
अहमद पटेल ने अपने खर्च के माध्यम से तीन यात्री बसों के माध्यम से इन्हें जामताड़ा और एक यात्री बस से गोड्डा पहुंचाने में मदद की. इसके अलावा अहमद पटेल ने के खर्च पर ही 100 प्रवासी कामगार ट्रेन से वापस झारखंड वापस लौट रहे है.
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव के नेतृत्व में प्रवासी श्रमिकों को हर संभव सहयोग उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है.
प्रवासी श्रमिकों को विशेष ट्रेन और यात्री बसों के माध्यम से पड़ोसी राज्य से वापस लाकर पहले उनके स्वास्थ्य जांच की व्यवस्था, फिर क्वारंटाइन सेंटर में रहने की व्यवस्था और फिर घर भेजने और अनाज उपलब्ध कराने के साथ ही मनरेगा समेत अन्य योजनाओं के माध्यम से गांव-पंचायत में ही रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है. उन्होंने बताया कि मनरेगा योजनाओं के माध्यम से अभी 3.25लाख लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिल रहा है.
आलोक कुमार दूबे ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज नई दिल्ली से ही वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से देशभर के प्रमुख विपक्षी नेताओं से बातचीत कर लॉकडाउन से उत्पन्न परिस्थतियों पर चर्चा की.
यह बैठक आने वाले समय के लिए मील का पत्थर साबित होगा. वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी भी लगातार अर्थशास्त्रियों और क्षेत्रीय चैनलों के प्रमुखों से बातचीत कर स्थिति से निपटने पर चर्चा कर रहे है. जबकि पार्टी की वरिष्ठ नेत्री प्रियंका गांधी ने भी उत्तर प्रदेश में संगठन की ओर से एक हजार से यात्री बस प्रवासी श्रमिकों की मदद के लिए उपलब्ध कराने का काम लिया. लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार की भाजपा सरकार द्वारा संकट में भी राजनीति की गलत नीति के कारण इसका समुचित फायदा लोगों को नहीं मिल पाया.