देवघर: केंद्र और राज्य सरकार के पहल के पश्चात लॉक डाउन के वजह से घाटकेसर, कन्नुर व बोरीवली में फंसे झारखण्ड के विभिन्न जिलों के प्रवासी श्रमिकों को आज स्पेशल ट्रैन के माध्यम से जसीडीह स्टेशन पहुंचे. इस दौरान अनुमंडल पदाधिकारी विशाल सागर, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी विकास चंद्र श्रीवास्तव एवं अधिकारियों द्वारा सभी श्रमिकों व उनके परिजनों का अभिनंदन किया गया एवं उनके सकुशल घर वापसी हेतु ढेरों शुभकामनाएं दी गयी.
तत्पश्चात बाहर से यहां आने वाले सभी मजदूरों को सर्वप्रथम ट्रैन से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए उतारा गया एवं स्टेशन परिसर में स्वास्थ्य परीक्षण हेतु बने काउंटर में उनका थर्मल स्कैनिंग व स्वास्थ्य जांच संबंधी अन्य सभी प्रक्रिया पूरी की गई.
ज्ञात हो कि कन्नुर से देवघर के 282, गोड्डा के 215, पलामू के 183, हजारीबाग के 118, गिरिडीह के 114, साहेबगंज के 82, रांची के 69, पाकुड़ के 66, गढ़वा के 64, लातेहार के 54, जामताड़ा के 47, सिमडेगा के 33, गुमला के 26, लोहरदगा के 23, बोकारो के 20, दुमका के 19, कोडरमा के 17, खूंटी के 5, सरायकेला खरसावां के 5, रामगढ़ के 4, पश्चिम सिंहभूम के 4, धनबाद के 3, पूर्वी सिंहभूम के 3, चतरा के 1, अन्य 7 प्रवासी श्रमिकों का जसीडीह रेलवे स्टेशन पर स्वास्थ्य जांच कर स्वागत किया गया.
इसके अलावे घाटकेसर से देवघर के 195, गोड्डा के 72, धनबाद के 42, पश्चिम सिंहभूम के 30, दुमका के 28, हजारीबाग के 25, रांची के 21, कोडरमा के 18, साहेबगंज के 18, बोकारो के 15, गिरिडीह के 11, गढ़वा के 8, गुमला के 7, जामताड़ा के 6, चतरा के 5, रामगढ़ के 5, पलामू के 3, पूर्वी सिंहभूम के 2, पाकुड़ के 2, लातेहार के 1, अन्य 22 प्रवासी श्रमिकों स्पेशल ट्रेन से जसीडीह स्टेशन लाया गया. वहीं तिसरी ट्रेन के माध्यम से मुंबई के बोरीवली से 1600 प्रवासी श्रमिकों का जसीडीह स्टेशन पर स्वागत किया गया.
इस दौरान आने वाले सभी मजदूरों के बीच नास्ता, पानी का वितरण करते हुए सभी को 14 दिनों तक क्वारंटाइन का अक्षरशः पालन करने का निर्देश दिया गया. इसके अलावे उपायुक्त ने आगे कहा कि मास्क का उपयोग कर व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर हीं हम इस कोरोना नामक महामारी को हराकर इस पर जीत हासिल कर सकते हैं. इसलिए आवश्यक है कि हम सभी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन एवं चिकित्सकों द्वारा दिए गए चिकित्सकीय परामर्श का अक्षरशः पालन करें एवं स्वस्थ व सुरक्षित रहें.
श्रमिकों के आगमन को लेकर जसीडीह रेलवे स्टेशन परिसर को पूर्ण रूप से सैनेटाइजड किया गया है एवं सोशल डिस्टेंसिंग के पालन हेतु वैरिकेडिंग कर जगह-जगह पर गोल घेरा का निर्माण कराया गया है. इसके अलावे सुरक्षित व्यवस्था व विधि-व्यवस्था संधारण हेतु जसीडीह स्टेशन परिसर में पर्याप्त संख्या में चिकित्सकों की टीम के साथ दण्डाधिकारी एवं सुरक्षाकर्मियों की तैनात पूर्व से ही कि गई थी.
श्रमिकों के आने के पश्चात सर्वप्रथम स्वास्थ्य जांच के उपरांत सभी के लिए फूड पैकेट व पेयजल की व्यवस्था रेलवे स्टेशन पर ही कि गई थी. जिसके उपरांत स्टेशन परिसर से अपने-अपने जिलों के लिए निर्धारित सेनेटाइज्ड बसों में बैठाकर मजदूरों को घर के लिए रवाना किया गया. इससे पहले सभी प्रवासी श्रमिकों को मकेएस कंस्ट्रक्शन द्वारा भोजन का पैकेट, पानी का बोतल भी उपलब्ध कराने में जिला प्रशासन का सहयोग किया गया.
इस मौके पर उपरोक्त के अलावा रेलवे के अधिकारी, मानस कुमार मिश्रा, अनुमंडल पदाधिकारी, मधुपुर योगेंद्र प्रसाद, जिला खनन पदाधिकारी राजेश कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी, सारवां श्री रूद्र प्रताप, प्रखंड विकास पदाधिकारी, सोनारायठाढ़ी जय प्रकाश नारायण, अंचलाधिकारी, मोहनपुर श्रीमती प्रीतिलता किस्कू सहित विभिन्न अधिकारी, कर्मी आदि उपस्थित थे.