दुमका: संताल परगना प्रमंडल के आयुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री को सौंपे गये ज्ञापन में कहा गया है कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के इस संकट की घड़ी में राज्य सरकार, प्रशासन और जनता के बीच सेतु के रूप में राज्य के पत्रकार जान जोखिम में डालकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं.
सरायकेला प्रशासन द्वारा एक साजिश के तहत वरिष्ठ पत्रकार बंसत साहू को गिरफ्तार किये जाने की घटना से स्पष्ट है कि प्रशासनिक स्तर पर सरायकेला सहित विभिन्न क्षेत्रों के पत्रकारों को अपने कर्तव्य निवर्हन में अंकुश लगाने का प्रयास किया जा रहा है.
प्रेस क्लब ने बसंत साहू को अविलंब रिहा करने और उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई की मांग की. इससे पहले प्रेस क्लब दुमका की बैठक में क्लब के अध्यक्ष शिव शंकर चौधरी की अध्यक्षता में आहूत की गयी. बाद में क्लब के प्रतिनिधि मंडल ने आयुक्त अरविंद कुमार से भेंट कर सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करते हुए मुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन सौंपा.
प्रतिनिधि मंडल में क्लब के अध्यक्ष के साथ पदाधिकारियों में वरिष्ठ पत्रकार डाक्टर सुमन सिंह, दुष्यंत कुमार, आनन्द जायसवाल, राजेश पाण्डेय, अनुप श्रीवास्तव, मनोज केशरी, मृत्युंजय पांडेय, विकास प्रसाद साह सहित कई प्रमुख पत्रकार शामिल थे.