शहडोल: लॉकडाउन के दौरान एमपी के शहडोल जिले में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आयी है. कुछ दरिंदों ने खौफनाक वारदात को अंजाम दिया है. मंदिर गई 11वीं की छात्रा को रास्ते से दरिंदों ने उठाकर रेप करने के बाद छात्रा की बेरहमी से पिटाई की और उसे मरा समझकर झाड़ियों में फेंक दिया. घटना के दूसरे दिन पीड़िता बेहोशी की हालत में परिजनों को झाड़ियों में मिली. उसके बाद इलाज के लिए उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां वो जिंदगी की जंग हार गई.
घटना जिले के जैतपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत की है. इस अमानविय कृत्य के बाद जिले की जनता आक्रोशित है. वहीं, मामले की पड़ताल में जुटी शहडोल पुलिस द्वारा कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ किय जा रहा है. बताया जा रहा है कि छात्रा पूजा करने के लिए शाम 7 बजे मंदिर जा रही थी. तभी अज्ञात बदमाश पास के जंगल में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया.
सबूत मिटाने के नियत से हत्या की कोशिश
साक्ष्य मिटाने की नियत से नाबालिग का गला घोटकर हत्या करने की कोशिश की. उससे पहले दरिदों ने लड़की की बेरहमी से पिटाई की है. पिटाई में लड़की की कई हड्डियां टूट गई थीं. उसे मरा समझकर झाड़ियों में फेंक दिया. परिजनों को अगले दिन बेहोशी की हालत में पीड़िता जंगल में मिली, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया.
शहडोल के एडिशनल एसपी प्रीतमा एस मैथ्यू ने बताया है कि लड़की मंगलवार की रात से गायब थी, उसके बाद परिजन पूरी रात उसे ढूंढ रहे थे. बुधवार सुबह वह झाड़ियों में पड़ी मिली. इलाज के दौरान भी बच्ची बेहोश हालत में रही. डॉक्टरों ने उसे लगातार बचाने की कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं हो पाए. डॉक्टरों ने पाया है कि उसके साथ रेप हुआ है. शरीर पर उसके कई चोट के निशान हैं.