रांची: पत्रकार बसंत साहू की जेल से अबिलम्ब रिहाई और मामले की उच्चस्तरीय जांच के बाद दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाई की मांग करते हुए रांची प्रेस क्लब ने अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत आज काला बिल्ला लगाकर विरोध प्रकट किया. हाल के दिनों में राजधानी रांची समेत राज्य के कई हिस्सों में पुलिस की कार्यवाई से पत्रकारों को आहत पहुंचाया गया. मामला बर्दास्त से बाहर था. इन सारी कार्यवाइयों से पत्रकारिता की गरिमा और स्वतंत्रता को ठेस पहुंचाने की कोशिश की गई.
मालूम हो कि पिछले दिनों सरायकेला-खरसावां पुलिस प्रशासन द्वारा चांडिल के पत्रकार बसंत साहू को साजिश के तहत जेल भेजकर नीचा दिखाने और उनके मान-सम्मान को धूमिल करने का कुत्सित प्रयास किया गया. जिसके लिए वहां की शासन व्यवस्था जिम्मेदार है. क्लब ऐसी घटनाओं का पूरी ताकत के साथ विरोध करता रहेगा.
अब रही पत्रकार बसन्त साहू की रिहाई हो जाने की, तो क्लब ने इसपर खुशी जाहिर करती है. इस प्रयास में जिन-जिन संगठनों ने अपनी महती भूमिका निभाई है, वे प्रसंशा के पात्र हैं. क्लब को उम्मीद ही नहीं पूरा विश्वास है कि हम सबों की चट्टानी एकता इसी तरह बनी रहे. ताकि भविष्य में कोई ऐसी कार्यवाई करने से पहले सौ बार सोचने के लिए मजबूर हो जाये.
इस मामले के विरोध में शामिल हुए रांची प्रेस क्लब के तमाम सदस्य पत्रकार भी बधाई के पात्र हैं, जिन्होंने अपनी लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाया.
आज क्लब में अध्यक्ष राजेश सिंह के नेतृत्व में सचिव अखिलेश सिंह, सह सचिव जावेद अख्तर, कोषाध्यक्ष जयशंकर कुमार, कार्यकारिणी सदस्य सह प्रेस क्लब रांची के प्रवक्ता प्रभात कुमार सिंह, कार्यकारणी सदस्य प्रशांत सिंह, सुनील गुप्ता व किसलय शानू के अलावा सुनील पोद्दार आदि ने काला बिल्ला लगाकर आंदोलन को सफल बनाया. इसके साथ क्लब के तमाम सदस्यों ने अपने अपने कार्यक्षेत्र में काला बिल्ला लगाकर विरोध जताया.