सोनभद्र के घोरावल तहसील के उभ्भा गांव में हुए खून खराबा के बाद अब सियासी संग्राम शुरू हो गया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी शुक्रवार को बीएचयू के ट्रामा सेंटर में गोलीकांड के घायलों से मिलने के बाद सोनभद्र के लिए रवाना हुई तो मिर्जापुर बॉर्डर पर अदलहाट थाने की पुलिस ने प्रियंका को हिरासत में ले लिया। प्रियंका समेत दस कांग्रेसियों को चुनार किले में रखा गया है। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी शुक्रवार दोपहर 12 बजे के करीब कांग्रेसियों के साथ सोनभद्र के घोरावल तहसील के उभ्भा गांव नरसंहार के पीड़ितों से मिलने के लिए जा रही थी। जब उनका काफिला नरायनपुर पुलिस चौकी के पास पहुंचा तो पुलिस ने उन्हें सोनभद्र जाने से रोक दिया। ला अफसर प्रियंका गांधी से दिल्ली लौट जाने का अनुरोध किए पर वे सोनभद्र जाने की जिद पर अड़ी रही। प्रियंका का कहना था कि हमें तीन व्यक्तियों के साथ ही सोनभद्र जाने दिया जाए। हम धारा-144 को कदापि नहीं तोड़ूगीं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को वाराणसी से सोनभद्र जाते समय शुक्रवार दोपहर नरायनपुर चौकी के पास मिर्जापुर पुलिस ने रोक लिया। इसके विरोध में प्रियंका गांधी वाहन से उतरकर सड़क पर ही धरने पर बैठ गईं। नरायनपुर पुलिस चौकी के सामने प्रियंका करीब आधे घंटे तक धरने पर बैठी रहीं। इसके बाद एसडीएम और सीओ उन्हें हिरासत में लेकर चुनार किला ले आए। प्रियंका को हिरासत में लेने के विरोध में चुनार किले के पास बड़ी संख्या में कांग्रेसी भी पहुंच गए और धरने पर बैठ गए। प्रियंका भी लोगों के साथ धरने पर ही है। पुलिस मनाने की कोशिश में लगी है लेकिन वह पीड़ितों से मिलने की जिद पर अड़ी हैं। प्रियंका गांधी ने केंद्र व प्रदेश सरकार पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया।
नरायनपुर पुलिस चौकी के पास कांग्रेसियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए डीएम अनुराग पटेल के निर्देश पर एसडीएम चुनार प्रियंका को लेकर 12.30 बजे वहां से रवाना हो गए। एसडीएम चुनार एसपी सिंह व सीओ हितेंद्र कृष्ण जब प्रियंका गांधी को लेकर रवाना हुए तो जिले के कई कांग्रेसी वाहन के सामने ही लेट गए। उसी वाहन में प्रियंका गांधी को एसडीएम ने बैठाया था। कांग्रेसियों के उग्र रवैए को देख पुलिसकर्मियों ने सड़क पर लेटे कार्यकर्ताओं को वाहन के सामने से घसीटना शुरू कर दिया। पुलिसकर्मियों ने कई कांग्रेसियों को खींचकर वाहन के सामने से हटाया। इसके बाद फोर्स के साथ प्रियंका को लेकर एसडीएम चुनार किले के लिए रवाना हो गए।कांग्रेसियों की संख्या बढ़ती देख डीएम अनुराग पटेल के निर्देश पर एसडीएम हिरासत में लेकर 12.30 बजे चुनार किले के लिए रवाना हो गए। एसडीएम चुनार प्रियंका गांधी को लेकर 1.15 बजे चुनार किले पर पहुंचे। यहां गेस्ट हाउस में उन्हें रखा गया है। गेस्ट हाउस में अन्य किसी को अंदर जाने नहीं दिया गया। वहीं डीएम अनुराग पटेल और एसपी अवधेश कुमार पाण्डेय भी शाम को चार बजे चुनार किले पर पहुंच कर प्रियंका गांधी से दिल्ली लौट जाने की अपील की पर वे किसी की बातों को नहीं सुना। उन्होंने कहा कि हमें पीड़ितों से मिलवा दिया जाए तभी हम दिल्ली वापस जाएंगे।
प्रियंका गांधी ने कहा कि कार्यकर्ता भाजपा सरकार की दबंगई से हताश न हो। देश व प्रदेश की जनता सब कुछ देख रही है। गरीबों की जमीन पर दबंगों को कब्जा कराया जा रहा है। प्रियंका ने कहा कि सोनभद्र कांड में केंद्र व प्रदेश सरकार चुप्पी साधे हुए है। दबंगों ने सत्रह वर्ष के किशोर को भी गोलियों से भून दिया। महिलाओं की भी हत्या की गयी। प्रदेश सरकार भू-माफियाओं को संरक्षण दे रही है।
अदलहाट थाने की पुलिस ने कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी समेत दस कांग्रेसियों को शांतिभंग में हिरासत में ले लिया है। नरायनपुर पुलिस चौकी से चुनार किला लाने के बाद देर शाम एसडीएम चुनार ने सभी को पचास हजार रुपये के निजी मुचलके पर छोड़ने के लिए मुचलका भरवाया पर किसी ने हस्ताक्षर नहीं किया। लिहाजा सभी को चुनार किले में ही रखा गया है। एसडीएम चुनार एसपी सिंह का कहना है कि प्रियंका गांधी सहित सभी नेताओं को शांतिभंग में पाबंद कर दिया गया है।
सोनभद्र में हुए सामूहिक नरसंघार की धटना में में घायल हुए लोगों का हाल जानने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा शुक्रवार को दिन में 11:05 बजे बीएचयू ट्रामा सेंटर पहुंचीं। उन्होंने ग्रीन वार्ड में भर्ती पांच घायलों से मिलीं और परिजनों को मदद का आश्वासन दिया। घटना के चश्मदीद रामकुंवर से सिलसिलेवार घटनाक्रम जाना। वह 15 मिनट वहां रहीं और 11:20 बजे सोनभद्र रवाना हो गईं।