जम्मू: कोरोनावायरस के कारण पहले इस साल की अमरनाथ यात्रा को टालने का फैसला लिया गया था, लेकिन अब इसपर फिर से विचार किया गया, जिसके बाद यह निर्णय लिया गया कि इस साल अमरनाथ यात्रा केवल 15 दिन के लिए ही आयोजित की जाएगी.
साउथ कश्मीर हिमालय में अमरनाथ के 3,880 मीटर ऊंचे पवित्र गुफा मंदिर की यात्रा अब बालटाल के छोटे रास्ते के द्वारा पूरी की जाएगी. यह फैसला गुरुवार रात जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर जीसी मुर्मू द्वारा आयोजित एक बैठक के दौरान लिया गया.
इस बैठक में चीफ सेक्रेटरी बीवीआर सुब्रमण्यम, एलजी के प्रिंसिपल सेक्रेटरी बिपुल पाठक और डीजीपी दिलबाग सिंह शामिल थे. गंदेरबल के डिप्टी कमिश्नर को बालटाल से ट्रैक खाली करने के निर्देश दिए गए हैं.
अमरनाथ यात्रा को रोकने का लिया था निर्णय
फरवरी में सरकार ने 42 दिन लंबी सालाना अमरनाथ यात्रा को रोकने का निर्णय लिया था. अमरनाथ यात्रा को छोटा करने पर अप्रैल से विचार शुरू हो गया था. जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने यात्रा को छोटा करने की बात करते हुए यह कहा था कि अमरनाथ यात्रा को कैंसिल करने वाले ऑर्डर को वापस ले लिया गया है.
वहीं गवर्नर मुर्मू ने कहा था कि अमरनाथ यात्रा और बुद्ध अमरनाथ यात्रा के आयोजन पर उचित निर्णय कोरोनोवायरस महामारी के मद्देनजर स्थिति की समय-समय पर समीक्षा के बाद ही लिया जा सकता है.
अमरनाथ यात्रा 23 जून को अनंतनाग जिले के पहलगाम और गंदेरबल जिले के बालटाल से जुड़ने वाली थी. यह तीर्थयात्रा 3 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा के दिन समाप्त होनी थी.