धनबाद : राजनीति के संत कॉमरेड एके राय का निधन हो गया.वह पिछले पांच दिनों से बीसीसीएल के सेंट्रल अस्पताल के CCU में इलाजरत थे . एके राय के निधन से कोयलांचल में शोक का माहौल है.
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मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पूर्व सांसद एके राय के निधन पर शोक जताया है.मुख्यमंत्री ने कहा है कि राय के निधन से झारखंड को बड़ा नुक़सान हुआ है.उन्होंने यह भी कहा कि ए के राय की अंत्येष्टि पूरे राजकीय सम्मान के साथ की जाएगी.
अपनी सादगी और ईमानदारी के लिए देश भर में पहचान बनाने वाले Marxist thinker AK Roy नहीं रहे. उम्रजनित बीमारियों के कारण राय ने 84 वर्ष की उम्र में रविवार सुबह बीसीसीएल के केंद्रीय अस्पताल में अंतिम सांस ली. तबियत खराब होने के बाद इलाज के लिए उन्हें 8 जुलाई को केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था. तब से उनका इलाज चल रहा था. उनके निधन के बाद कोयलांचल में शोक की लहर दौड़ गई है.
AK ROY का राजनीतिक सफरनामाः Marxist Co-ordination Committee (MCC) के संस्थापक Arun Kumar Roy को AK ROY या राय दादा के नाम से ही जाना जाता है. राजनीति में आने से पहले राय सिंदरी खाद कारखाना में बताैर केमिकल इंजीनियर काम करते थे. खाद कारखाना में हड़ताल ( 1966-67) का समर्थन करने के कारण प्रबंधन ने उन्हें बर्खास्त कर दिया. इसके बाद कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (एम) में शामिल होकर राजनीति के मैदान में खुलकर आ गए. 1966-71 तक CPIM में रहे.इसके बाद अलग होकर Marxist Co-ordination Committee ( मार्क्सवादी समन्वय समिति) नामक पार्टी बना राजनीति शुरू की.