पंजाब: अमृतसर के स्वर्ण मंदिर को अलगाववादियों से खाली कराने के लिए साल 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार चलाया गया था. तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के आदेश पर तीन साल से डेरा जमाए बैठे अलगाववादियों को हटाने के लिए चलाए गए इस अभियान को 36 साल पूरे हो गए हैं. 36 साल पूरे होने पर ब्रिटेन के बाद कनाडा की संसद में भी इसकी गूंज सुनाई दी.
कनाडा की सत्ताधारी लिबरल पार्टी से भारतीय मूल की सांसद रूबी साहोता ने संसद में इस मुद्दे को उठाया. कनाडा की संसद में रूबी ने कहा कि 36 साल पहले चलाया गया ऑपरेशन ब्लू स्टार सिख इतिहास के सबसे काले समय में से एक है. उन्होंने कहा कि साल 1984 में अमृतसर के स्वर्ण मंदिर पर हुआ हमला मेरी स्मृति में हमेशा के लिए अंकित हो गया है.
भारतीय मूल की सांसद ने कहा कि इस ऑपरेशन के दौरान मानवाधिकारों का उल्लंघन किया गया. उन्होंने कहा कि मैं सिख और प्रत्येक उस समुदाय के साथ खड़ी हूं, जो अपने मानवाधिकारों के उल्लंघन पर न्याय चाहते हैं. कनाडा से पहले ब्रिटेन की संसद में भारतीय मूल के सिख सांसद तनमनजीत सिंह ढेसी ने भी इस मुद्दे को उठाया था.
ब्रिटेन की विपक्षी लेबर पार्टी के सांसद ढेसी ने हाउस ऑफ कॉमन्स में इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की. उन्होंने कहा कि सिखों के सबसे पवित्र स्थल स्वर्ण मंदिर पर हमले को लेकर हाल के खुलासों, ब्रिटिश सिखों और विपक्ष दलों की मांग के बावजूद इस ऑपरेशन में ब्रिटेन की तत्कालीन मार्गरैट थैचर सरकार की भूमिका की स्वतंत्र जांच नहीं कराई गई.