- वर्ल्डवाइड डेवलपर्स कॉन्फ्रेंस में पहली बार सेहत को लेकर सजगता दिखी और योगाभ्यास किया गया
- एपल के को-फाउंडर स्टीव जॉब्स भी भारत और यहां के अध्यात्म से प्रभावित थे और 45 साल पहले नीम करौली बाबा से मिलने आए थे
गैजेट डेस्क. एपल की वर्ल्डवाइड डेवलपर्स कॉन्फ्रेंस (WWDC) 2019 खत्म हो चुकी है। इस कॉन्फ्रेंस में 3 से 7 जून तक दुनियाभर के डेवलपर्स शामिल हुए थे। इनोवेशन के लिए मशहूर एपल ने इस बार कॉन्फ्रेंस में एक विशेष योग सेशन को भी शामिल किया था। ये पहला मौका है जब कंपनी के हेडक्वार्टर में योग का अभ्यास किया गया और वहां आए दुनियाभर के एक्सपर्ट ने इसका फायदा लिया। योग को एपल हेडक्वार्टर तक लाने में कंपनी की सीईओ टिम कुक और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट क्रेग फेडरिगी की सक्रिय भूमिका रही।
एपल को योग की जरूरत क्यों पड़ी?
बीते 7 साल से कैलिफोर्निया में WWDC इवेंट का कवर कर रहे एपल के पूर्व प्रोडक्ट मैनेजर और टेक एक्सपर्ट सिद्धार्थ राजहंस ने बताया कि ये पहला मौका है जब यहां पर योग सेशन का आयोजन किया गया। इसके पीछे 3 बड़ी वजह रहीं-
> कॉन्फ्रेंस में कोड डेवलपर्स को लंबे सेशन अटैंड करने पड़ते हैं, जिससे शरीर में थकान हो जाती है।
> मानसिक तौर पर भी ज्यादा फोकस रहना पड़ता है, ताकि जरूरी जानकारी आप मिस नहीं कर जाएं।
> कैम्पस में स्पोर्ट्स एक्टिविटी भी होती हैं, लेकिन उससे शरीर ज्यादा थक जाता है।
इन तीनों वजहों का श्रेष्ठ समाधान सिर्फ योग में ही मिल सकता है। टिम कुक भी फिटनेस को लेकर काफी सजग रहते हैं। वे रोजाना सुबह 3:45 पर उठ जाते हैं। जिसके बाद ईमेल चेक करते हैं और फिर जिम में समय बिताते हैं। सिद्धार्थ ने बताया कि टिम पिछले 4-6 महीने से योग भी कर रहे हैं और उन्हें काफी फयदा मिला है। अपने अनुभवों को डेवलपर्स के साथ बांटने के लिए ही कुक ने विशेष योग सेशन रखा।
एपल का स्थायी हिस्सा बनेगा योग
एपल के सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट क्रेग फेडरिगी ने इस बारे में अपना व्यक्तिगत अनुभव बताते हुए कहा, “मैं पिछले दो महीने से योग कर रहा हूं। देर तक बैठने के कारण मुझे लोअर बैक पेन हो रहा था, लेकिन योग करने से 60 फीसदी तक आराम मिला है। हमने कॉन्फ्रेंस में दुनियाभर से आए डेवलपर्स के लिए विशेष योग सेशन रखा ताकि उन्हें आत्मिक शांति और आराम मिले। इसका संचालन कैलिफोर्निया के मशहूर योग ग्लो नाम के सेंटर ने किया था। अब योग को एपल का स्थायी हिस्सा बनाया जा रहा है।”
डेवलपर्स ने किए ऐसे योग आसन
डेवलपर्स कॉन्फ्रेंस के दौरान रोजाना शाम को 5 से 7 बजे तके योग सेशन होता था। जिसमें पावर, प्राणायाम, अष्टांग योग आसन के साथ सूर्य नमस्कार करना भी सिखाया गया। क्योंकि कॉन्फ्रेंस के दौरान लोगों को ज्यादातर बैठे रहने होता था, ऐसे में उन्हें गर्दन से जुड़े आसन कराए गए। सिद्धार्थ ने बताया कि लंबे सेशन तक बैठने के बाद जो थकान होती थी वो योग करने से दूर हो जाती। इसके बाद सभी लोग चुस्त नजर आते थे। एपल के हेडक्वार्टर में कोलंबिया, यूरोप, अफ्रीका, चीन से आए ऐसे डेवलपर्स भी थे जिन्होंने जीवन में पहली बार योग किया।
योग एक्सपर्ट ने भी बताए फायदे
इस बारे में ‘योग लाइफ ग्लोबल’ के योग गुरू डॉक्टर राधेश्याम मिश्रा ने बताया कि हर व्यक्ति को थोड़ा सा वक्त निकालकर योग जरूर करना चाहिए। इससे शारिरिक और मानसिक तनाव को दूर किया जा सकता है। साथ ही, कई तरह की बीमारियां जैसे अस्थमा, डायबटीज, हाइपरटेंशन, माइग्रेन, डिप्रेशन जैसी समस्याओं और शारीरिक पीड़ा दूर की जा सकती है। योग करने से पहले थोड़ा सा वॉर्मअप करें और इसे खाली पेट ही करें। यदि सुबह समय नहीं मिल रहा तब शाम को भी योग किया जा सकता है।
इन योग से मिलेगा फायदा
पावर योग : बॉडी को एपल शेप, पियर शेप, नार्मल शेप और ट्यूब शेप देने के लिए किया जाता है। इसमें प्रत्येक शेप के लिए अलग-अलग योग की एक्सरसाइज होती है। इसे करने से मोटापा और तनाव कम होता है।
अष्टांग योग : ये आठ अंगों वाला योग है, जिसमें यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि शामिल है। इससे मनुष्य को अपने जीवन में आगे बढ़ने और सफलता प्राप्त करने के लिए एक उचित मार्गदर्शन मिलता है।