रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सह वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव और पार्टी विधायक दल के नेता सह ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा है कि राज्य सरकार जीवन की रक्षा के साथ जीविका उपलब्ध कराने के मोर्चे पर तेजी से काम कर रही है. पार्टी अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव के आवास पर आज प्रदेश कांग्रेस राहत निगरानी (कोविड-19) समिति की हुई बैठक में ताजा हालात की समीक्षा और चलाये जा रहे कार्यां की समीक्षा हुई.
बैठक में राहत निगरानी समिति के सदस्य सह प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव, डॉ राजेश गुप्ता छोटू उपस्थित थे.
योजना सह वित्तमंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने बताया कि राज्य सरकार जीवन की रक्षा के साथ ही सभी को जीविका का साधन उपलब्ध कराने की दिशा में आगे बढ़ रही है. अनलॉक-1.0 में राज्य सरकार की ओर से कई छूट दी गयी है, छूट की मदद से जनजीवन को सामान्य बनाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन अब भी झारखंड के बाहर से बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक आ रहे है, संक्रमण के मामलों में भी बढ़ोत्तरी हो रही है. वहीं दूसरी ओर कपड़ा व्यवसाय, जूता-चप्पल ,सिनेमा हाल, पार्लर, मॉलस सहित और कई अन्य व्यवसाय से जुड़े प्रतिनिधि भी लगातार उनसे मिल रहे है, सरकार को उनकी भी चिंता है, लेकिन परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए अभी सभी को संयम और धैर्य बनाये रखने की जरूरत है.
सरकार सम्यक विचार-विमर्श के बाद लॉकडाउन में और छूट देने पर निर्णय लेगी. इस दौरान हर जरूरतमंद परिवार को अनाज उपलब्ध कराने और गरीबों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए कई कदम उठाये गये है.
इस मौके पर ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलमगीर आलम ने कहा कि वर्ष 2015 से लेकर अब तक यह पहला मौका है, जब राज्य सरकार ने मनरेगा के माध्यम से सूबे में 6.42 लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने का काम किया है जो झारखंड के लिए एक इतिहास है. मनरेगा योजना लागू होने के बाद झारखंड में छ लाख बियालीस हजार मजदूरों को रोजगार मिलना सरकार की बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार का लक्ष्य 10 लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना है. बारिश का मौसम आने वाला है, इस दौरान भी राज्य सरकार ने विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने की विस्तृत कार्य योजना तैयार की है, इसके अलावा निर्माण क्षेत्र की गतिविधियों को भी बढ़ावा दिया जाएगा.
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने बताया कि लॉकडाउन में प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव, संगठन के प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह, राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपालन, वरिष्ठ नेता अहमद पटेल समेत अन्य नेता और राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी निरंतर पार्टी नेताओं से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संपर्क में थी, वहीं प्रदेश अध्यक्ष और पार्टी प्रभारी भी लगातार विधायकों और सभी जिलाध्यक्षों तथा कार्यकारी अध्यक्षों से संवाद कर रहे थे, लेकिन अनलॉक 1 अवधि के बीच सोमवार 8 जून को रांची में पहली बार पार्टी विधायकों की बैठक होगी. इस बैठक में प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी, उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने के प्रयास, कोविड-19 से उत्पन्न स्थिति पर चर्चा होगी. इसके अलावा 19 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव की रणनीति पर भी पार्टी विधायक चर्चा करेंगे और कांग्रेस उम्मीदवार की विजय सुनिश्चित करने के लिए रणनीति बनाई जाएगी.