रायपुर: पुलिस ने छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया. यहां नक्सलियों को हथियार, कारतूस और विस्फोट मुहैया कराने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने कहा कि मुखबिर की सूचना पर इस पूरे ऑपरेशन को अनजाम दिया गया है.
नक्सलियों को हथियार पहुंचाने के आरोप में पुलिस ने,
1: धमतरी जिला के रहने वाले मनोज शर्मा
2: बालोद जिला के रहने वाले हरिशंकर गेडाम
3: कांकेर जिले के दुर्गकोंदल निवासी गणेश कुंजाम
4: कांकेर जिले के रहने वाले आत्माराम नरेटी को गिरफ्तार किया.
दरअसल पुलिस को चार जून को मुखबिर से सूचना मिली थी कि माओवादियों के लिए हथियार और दूसरी सामग्रियों को पहुंचाने की तैयारी की जा रही है. इसके बाद पुलिस ने मनोज शर्मा और हरिशंकर गेडाम को सुकमा के मलकानगिरी चौक से गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से .303 राइफलें और कारतूस बरामद किए गए.
वहीं, पुलिस की पूछताछ में शर्मा और गेडाम ने बताया कि कुंजाम और नरेटी ने उन्हें यह काम करने के लिए कहा था. पूछताछ में आगे पता चला कि कुंजाम और नरेटी का सम्पर्क कांकेर के बड़े नक्सली नेता दर्शन पेद्दा से है. बता दें कि दर्शन प्रतापपुर एरिया कमेटी का सचिव है.
जानकारी के बाद शनिवार को सुकमा जिले की पुलिस और कांकेर पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में कुंजाम और नरेटी को भी पकड़ लिया गया. पुलिस को उनके पास से इंसास राइफल और कारतूस मिले. इसके साथ ही शर्मा और गेडाम के कब्जे से पुलिस ने धमतरी में रखा कारतूस भी बरामद किया.
पुलिस को उनके पास से .303 राइफलें, एके 47, एसएलआर और इंसास राइफल की 695 गोलियां बरामद हुईं. इन सभी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. पुलिस इनसे लगातार पूछताछ कर रही है और मामले की जांच रही है . ऐसे में आने वाले समय में पुलिस के हाथ और भी बड़ी कामयाबी लग सकती है.