शशिभूषणदूबे कंचनीय,
मिर्जापुर(U.P): लालगंज तहसील मे लालगंज क्षेत्र के राजस्व निरीक्षक राजेंद्र यादव द्वारा जांच रिपोर्ट करने मे लम्बी सौदे वाजी किया जाता हैं। आयेदिन उनके क्रिया कलाप से जहा जन मानस मे उनकी क्षवि बदनामसुदा हैं वही उनके ओछी हरकतों से विभागीय अधिकारियों के क्षवि पर भी कुप्रभाव पड रहा हैं। योगीराज मे भी शासन के मंशा के विपरीत जातिवादिता को बढावा देना और समाजवादी पार्टी के नेताओं के ईशारे पर कामकाज करने से एक राज्य कर्मचारी के आचरण के विपरीत हैं।
आम चर्चा है कि राजस्व निरीक्षक कोई भी कामकाज विना सुविधा शुल्क लिये नही करते हैं।और उच्चाधिकारियों को भी बदनाम करते हैं की कमीशन वहा तक देना पडता हैं।
गौरतलब बात हैं कि बीते दिनों ईमानदार आयुक्त विन्ध्याचल मंडल श्रीमती प्रीति शुक्ला ने लालगंज ब्लाक के कुवेरादेवी स्कूल के पीछे तालाब की भूमि मे प्रकाश जेसीवी से सैकडो ट्राली अवैध मिट्टी खनन कराकर अजय पुत्र शोभा सीताराम पुत्र बृजलाल द्वारा निकाला गया हैं वही पतुलकी ग्राम मे यादव बस्ती पश्चिम टोला के पश्चिमी भाग में राम नारायण यादव पुत्र जयकरन एवं भागीरथी यादव पुत्र शिवकरन द्वारा लगभग दो सौ ट्राली अवैध मिट्टी खनन नीजी काश्त मे बगैर परमिशन और परिवहन परमिट का कराया गया है। जिसकी.जाच मे जातिवादिता करते हुए आरोप है की भारी सुविधा शुल्क लेकर उनलोगों को खनन करने की जाच मे बाहर कर दिया है। इसी तरह अपनी नीव खुदाई मे निकाली गयी मिट्टी का उपयोग करने पर कुसुम शुक्ला को गलत ढंग से दोषी करार कर दिया हैं जिनका खनन से दूर दूर तक सम्बन्ध नही है। उनसे बीस हजार रुपये की राजस्व निरीक्षक द्वारा माग की गयी सुविधा शुल्क ना देने पर उनको मनगढन्त आरोपी बना दिया हैं।
मजे की बात यह हैं की अपने स्वजातीय लोगों को बचाने के लिए उक्त रानि ने क्यू पक्षपात किया यही रहस्यमय बना हुआ है।
ऊचाहार के विधायक एवम पूर्व मंत्री मनोज कुमार पांडेय पूर्व मंत्री एवं एम एल सी नसीमुद्दीन सिद्दीकी इलाहाबाद की सांसद डा रीता बहुगुणा जोशी को दिया गया शिकायत पत्र पर राजस्व निरीक्षक के गतिविधियों की विभागीय एवम प्रशासनिक जाच कराये जाने के लिए अपर प्रमुख सचिव राजस्व एवम मुख्य आयुक्त राजस्व से जल्द सिफारिश की जा रही हैं।
उधर ग्रामीण जनो की आयुक्त एव जिला धिकारी से माग हैं की दोषी राजस्व निरीक्षक के गृह जिले मे तैनाती की औचित्य एवम उनकी गतिविधियों की एडीएम स्तर की जाच कराई जाये।
उल्लेखनीय हैं की बीते कयी माह पुर्व इसी रानि द्वारा भुक्तभोगी पत्रकार की 40=000 की जर्सी गाय बिजली करंट से मर गयी उसकी रिपोर्ट लगाने के नाम पर सुविधा शुल्क माग की गयी ना देने पर मनमानी रिपोर्ट लगाई गयी आपदा सहायता आज तक नही मिली हैं।