रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि लॉकडाउन अब मौजूदा संकट का समाधान नहीं रह गया है, कोरोना संक्रमण से फैलाव पर अंकुश को लेकर सामाजिक दूरी बनाये रखना और अन्य दिशा-निर्देशों का पालन करना जरूरी है. इसके साथ ही आर्थिक गतिविधियों को गति प्रदान करने और लोगों को आजीविका प्रदान करने के लिए भी कारगर कदम उठाये जाने की जरूरत है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा रामेश्वर उराँव ने स्पष्ट रूप से कहा है कि हमें जीवन और जीविका दोनों को साथ लेकर चलना है.
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता ने कहा कि कोरोना संकट से निपटने में केंद्र सरकार की नीतियां पूरी तरह से विफल रही है, इसके बावजूद झारखंड इस संकट से निपटने के लिए केंद्र सरकार द्वारा जारी सभी दिशा-निर्देश पालन शुरू से ही किया जा रहा है और भविष्य में भी केन्द्र सरकार के सभी मानकों का पालन राज्य सरकार सुनिश्चित करेगी. लेकिन दिहाड़ी मजदूरों, सैलुन, लाउण्ड्री, मोची और अन्य छोटे छोटे कामगारों को भी उचित दिशा-निर्देश के साथ छूट दिये जाने की सख्त जरूरत है. इसके अलावा कपड़ा और जूते-चप्पल की दुकानों के लिए आवश्यक शर्त निर्धारित कर उन्हें भी दुकान खोलने की छूट दी जानी चाहिए, तभी अर्थव्यवस्था को गति प्रदान किया जा सकेगा.
आलोक दूबे ने बताया कि लॉकडाउन में भले ही सभी सैलुन, लाउण्ड्री और मोची समेत अन्य फुटपाथ दुकानदारों को छूट नहीं मिली है, इसके बावजूद यह सर्वविदित है कि इस कार्य में जुड़े लोग लॉकडाउन में भी घर-घर जाकर अपने संपर्क के माध्यम से काम कर रहे है,क्योंकि उन्हें भी अपने परिवार की आजीविका को चलाना है।संगठन का मानना है कि ऐसी प्रतिदिन कमाकर खाने वाले कामगारों को अब छुट मिलनी ही चाहिए.