सत्र से पहले हुई बैठक में सिर्फ तीन सदस्यों की उपस्थित चिंता का विषय: स्पीकर
कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में सुखाड़ पर हुई चर्चा
रांची: झारखंड के चौथे विधानसभा का अंतिम सत्र(मॉनसून सत्र)के पहले दिन 3908.63 करोड़ का अनुपूरक बजट सदन में संसदीय कार्यमंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने पेश किया। इसके अलावा राज्यपाल से स्वीकृत आठ विधेयकों की जानकारी सदन में दी गई। इससे पहले स्पीकर दिनेश उरांव ने अपने अभिभाषण में कहा कि संसदीय व्यवस्था कार्यवरण में इससे जुड़े लोगों की अभिरूचि के क्षरण का दर्शाता है। बैठकों में सदस्यों की उपस्थिति लगातार घट रही है। मॉनसून सत्र के पहले बुलाई गई बैठक में सिर्फ तीन सदस्यों की उपस्थिति गंभीर चिंता का विषय है। विधानसभा के प्रति यह उपेक्षा लोकतंत्र को कौन सी दिशा देगा इसे देखना सभी का दायित्व है। इस विधानसभा के कार्यकाल की दृष्टि से देखें तो यह शायद अंतिम औपचारिक सत्र होगा। विधानसभा का नया भवन लगभग पूर्ण होने की स्थिति में है। मैं समझता हूं कि अब हम अपने नए भवन और नवीन परिसर में ही मिलेंगे। शोक प्रकाश के बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही मंगलवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
मॉनसून सत्र के लिए सभापति मनोनीत
मॉनसून सत्र के लिए स्टीफन मरांडी, अशोक कुमार, फूलचंद मंडल, आलमगिर आलम और विमला प्रधान को सभापति मनोनीत किया गया। वहीं कार्यमंत्रणा समिति में स्पीकर के अलावे मुख्यमंत्री रघुवर दास, नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन, संसदीय कार्यमंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा, जलसंसाधन मंत्री रामचंद्र सहिस, कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगिर आलम व झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव को शामिल किया गया है। जबकि विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में सीपी सिंह, राधाकृष्ण किशोर, सरयू राय, रवींद्र महतो, नलिन सोरेन,स्टीफन मरांडी, सुखदेव भगत, सत्येंद्र तिवारी, अरूप चटर्जी, राजकुमार यादव, कुशवाहा शिवपूजन मेहता को शामिल किया गया है।
इन प्रमुख हस्तियों के निधन पर शोक जताया
सदन में दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित, पूर्व सांसद एके राय, सांसद रामचंद्र पासवान, साहित्यकार रमणिका गुप्ता, स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि, अभिनेता गिरिश कर्नाड, न्यूरो फिजिशियल डॉ केके सिन्हा,मांगे राम गर्ग,प्रकाश पंत, महालेखाकार एसकेएफ कुजूर, राम बहादुर आजाद, प्रकाश करात, हॉकी खिलाड़ी स्टानिस्लास बाड़ा,बसंत कुमार बिड़ला , मेजक केतन शर्मा , सूबेदार प्रवीण कुमार के अलावा, पुलवामा हमले में शहीद हुए जवान, वज्रपात से हुई मौत सहित सड़क दुर्घटना में हुई मौत में शामिल लोगों के प्रति दो मिनट का मौन रखकर शोक व्यक्त किया गया।