बेतिया, पश्चिमी चम्पारण : जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार द्वारा मुख्य सचिव महोदय से प्राप्त निर्देश के आलोक में सिविल सर्जन को निदेशित किया गया है कि वर्तमान में कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण की रोकथाम हेतु गहन सर्वेक्षण की आवश्यकता है. इस हेतु कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रभावी तरीके से कांटेक्ट ट्रेसिंग कराने का निदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है.
उन्होंने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप प्रतिदिन सैंपलिंग कराना सुनिश्चित करें और उसका फॉलो अप भी करें ताकि शीघ्रता से रिजल्ट प्राप्त हो सके. जिलाधिकारी कल देर संध्या एनआइसी के सभागार में समीक्षात्मक बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे.
जिला पदधिकारी द्वारा संबंधित अधिकारियों को निदेश दिया गया कि हाउस टू हाउस सर्वेक्षण के दौरान वेलनेरबले ग्रुप अर्थात 60 वर्ष से अधिक के व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं, 5 वर्ष से छोटे बच्चे और को-मोरबीडीटी वाले व्यक्तियों की गहनता से जांच करें और उनकी लाइन लिस्टिंग करते हुए उनका विशेष फॉलोअप करें. उन्होंने सिविल सर्जन सिविल को अपने स्तर से भी नोटिस जारी करने हेतु निदेशित किया है, जिसमे इस आशय की जानकारी अंकित हो कि 60 वर्ष से अधिक के व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं, 5 वर्ष से छोटे बच्चे और को-मोर बीडीटी वाले व्यक्ति अनावश्यक रूप से घर से ना निकलें। इस नोटिस में संबंधित पीएचसी और अन्य महत्वपूर्ण कॉन्टैक्ट नंबर अंकित रहे, ताकि आवश्यकता पड़ने पर वे फोन कर सूचित कर सकें। इसके साथ ही कन्टेनमेंट जोन में प्रभावी नियंत्रण रखते हुए प्रत्येक घर से सैंपलिंग कराने हेतु निदेशित किया गया है।जिलाधिकारी ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण के परिमाण से आमजनभयाक्रांत है। इस हेतु सिविल सर्जन एक काउंसलिंग केंद्र का निर्माण करें और दूरभाष का अधिष्ठापन करें। साथ ही इस नंबर का व्यापक प्रचार प्रसार कराएं। इस केंद्र में डॉक्टर्स की ड्यूटी लगाई जाए। भीड़-भाड़ वाले जगहों पर भी रैंडम सैंपलिंग कराना सुनिश्चित किया जाय। इसके साथ ही जितने भी आइसोलेशन केंद्र चिन्हित किये गए हैं, वहाँ के लिए पूर्व से ह्यूमन रिसोर्स की प्रतिनियुक्ति करते हुए अनुपालन प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है।
इस बैठक में सहायक समाहर्त्ता कुमार अनुराग, सिविल सर्जन डॉ0 अरुण कुमार सिन्हा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे.