नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर विवादित ट्वीट करने के आरोप में यूपी ने एक पत्रकार को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार पत्रकार का नाम प्रशांत कनौजिया है. उत्तर प्रदेश पुलिस ने उसे दिल्ली से गिरफ्तार किया. पुलिस ने प्रशांत पर सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी करने तथा अफवाह फैलाने के आरोप लगाए और आईपीसी 500, 505 और आईटीएक्ट की धारा 67 के तहत मामला दर्ज किया. पुलिस का दावा है कि आरोपी ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है. दरअसल एक महिला ने योगी आदित्यनाथ को लेकर एक विवादित दावा किया था जिसका वीडियो प्रशांत ने ट्वीट कर टिप्पणी की थी. हालांकि कुछ लोग इस पर भी सवाल उठा रहे हैं कि इतनी सख्त कार्रवाई की ज़रूरत नहीं थी. इसके बाद 6 जून को नोएडा के एक न्यूज़ चैनल ने मुख्यमंत्री योगी पर आरोप लगाने वाली महिला और उसके आरोपों पर चर्चा की. इस चर्चा के बाद आरोप लगाने वाली महिला ने न्यूज़ चैनल से बाहर आकर बयान भी दिया. जिसके आधार पर प्रशांत कनौजिया नाम के पत्रकार ने उसे ट्वीट कर दिया और उसे गिरफ़्तार कर लिया गया. पुलिस का कहना है कि ये चर्चा बिना तथ्यों के जांच के की गई. इस मामले में नोएडा पुलिस ने न्यूज़ चैनल के संपादक अनुज शुक्ला और चैनल हेड इशिका सिंह को गिरफ़्तार कर लिया है. पुलिस का ये भी दावा है कि ये चैनल बिना लाइसेंस के चल रहा था.
- पुलिस अधिकारियों के मुताबिक चैनल ने 6 जून को एक परिचर्चा आयोजित की थी, जिसमें एक महिला द्वारा योगी पर लगाए गए कथित अपमानजनक आरोपों पर चर्चा की गई.
- एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एक राजनीतिक दल से संबद्ध कार्यकर्ताओं ने महिला का दावा तथ्यों को सत्यापित किए बगैर प्रसारित करने को लेकर न्यूज चैनल के खिलाफ शिकायत करने के लिए पुलिस से संपर्क किया था.
- गौतम बुद्ध नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण ने कहा, ‘इससे कानून व्यवस्था के लिए परेशानी खड़ी हो सकती थी’.
- उन्होंने बताया कि जांच के दौरान यह पाया गया कि चैनल के संचालित होने के लिए कोई जरूरी लाइसेंस भी नहीं था.
- इस सिलसिले में थाना फेस 3 पुलिस ने उक्त चैनल के संपादक और चैनल हेड के खिलाफ दो अलग-अलग मामले दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
- दूसरी ओर पत्रकार प्रशांत कनौजिया के खिलाफ हजरतगंज थाने में शुक्रवार रात में एक सब इंस्पेक्टर द्वारा प्राथिमकी दर्ज कराई गई थी.
- इसमें आरोप लगाया गया है कि आरोपी ने मुख्यमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की और उनकी छवि धूमिल करने का प्रयास किया.
- कनौजिया के टि्वटर हैण्डल पर लिखा है कि वह आईआईएमसी और मुंबई विश्वविद्यालय के छात्र रह चुके हैं और कुछ मीडिया संगठनों से जुड़े हैं.