रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने साहेबगंज जिले में वाहन पार्किंग के टेंडर विवाद को राजनीतिक रूप देने के लिए भाजपा नेताओं को जिम्मेवार ठहराते हुए कहा कि सूबे में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन नेतृत्व में चल रही यूपीए सरकार किसी भी दबाव में आकर नहीं झुकेगी.
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि पार्टी विधायक दल के नेता सह ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम एक जनप्रतिनिधि है और सार्वजनिक जीवन में रहने के कारण उनसे कोई भी व्यक्ति उन्हें फोन कर सकता है, अपनी बात रख सकता है.
उन्होंने बताया कि आलमगीर आलम को भी एक ठेकेदार ने फोन कर टेंडर सहयोग करने का आग्रह किया, लेकिन मंत्री आलमगीर आलम ने साफ कह दिया गया कि क्षेत्र के 50-60 से अधिक लोग उनसे मिलने आये और स्थानीय लोग को काम देने का आग्रह किया है.
उन्होंने कहा कि पूरे प्रकरण में वायरल वीडियो को सुना जा सकता है, आलमगीर आलम ने कोई भी आपत्तिजनक बात नहीं की, वहीं प्राथमिकी में भी आलमगीर आलम पर धमकी देने का आरोप नहीं लगाया गया है, लेकिन भाजपा नेताओं के इशारे पर एक साजिश के तहत सरकार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है.
उन्होंने कहा कि पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए और सरकार ने भी यह स्पष्ट कर दिया है कि स्थानीय लोगों को ही ठेका या काम दिया जाएगा, सरकार के इस निर्णय से भाजपा के कुछ सहयोगी पूंजीपति मित्र परेशान है.