रांची: बाबूलाल मरांडी को प्रतिपक्ष का नेता बनाने को लेकर बीजेपी रेस हो चुकी है. इस बीच शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने बीजेपी को पहले असली जेवीएम को पहचान करने की नसीहत दी है.
उन्होंने कहा कि पहले बीजेपी बताए कि जेवीएम का जो विलय हुआ है, वह सही है या गलत. उन्होंने कहा कि अगर रघुवर सरकार में अमर बाउरी की अगुवाई में जेवीएम का विलय हुआ था, तो अभी बाबूलाल मरांडी के विलय का कोई औचित्य नहीं है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर बाबूलाल मरांडी असली जेवीएम नेता हैं तो पूर्व सरकार में 6 विधायकों ने जो वेतन लिया था वह उन्हें वापस करना चाहिए. मंत्री ने बीजेपी को नसीहत देते हुए कहा कि कोई भी काम कानून के तहत होता है. इसका फैसला भी कानून के तहत ही होगा.
उन्होंने कहा कि आखिर आजसू किस डील के तहत बीजेपी प्रत्याशी को वोट दिया है. इसकी जांच होनी चाहिए और उसका खुलासा भी. बीजेपी के पास संख्या बल नहीं होने के बावजूद भी पार्टी ने जीत हासिल की.