नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ ईरान ने गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया, अमेरिका से तनातनी के बीच ईरान ने ट्रंप और दर्जनों अन्य लोगों को गिरफ्तार करने के लिए इंटरपोल से मदद मांगी थी. इंटरपोल ने खारिज कर दिया है इसे लेकर स्थानीय वकील अली अलका जी मेहर ने बताया कि ईरान का मानना है कि इन्हीं लोगों ने बगदाद में सिर्फ इरानी जनरल कासिम सुलेमानी को ड्रोन हमले में मारा था जिसे लेकर इंटरपोल ने कहां है कि वह ईरान के अनुरोध पर विचार नहीं करेगा.
अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बढ़ा
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को फिलहाल गिरफ्तारी का कोई खतरा नहीं है, लेकिन इस मामले को लेकर अमेरिका और ईरान के बीच तनाव अधिक बढ़ गया है. दरअसल अमेरिका ने इस घटना के बाद एक तरफा फैसला लिया था और तेहरान के साथ परमाणु करार से बाहर आ गया था.
अली ने इस मामले में कहा कि ईरान का मानना है, ट्रंप समेत 35 अन्य लोग 3 जनवरी को कासिम सुलेमानी पर ड्रोन से हमले की घटना में शामिल थे, उस घटना में सुलेमानी मारा गया था. ईरान के लिए अमेरिकी विशेष प्रतिनिधि ब्रायन हुक ने अभी गिरफ्तारी वारंट को खारिज कर दिया है. हूक ने इसे प्रचार का स्टंट बताया है और कहा है कि इसे कोई गंभीरता से नहीं लेता.
कासिम सुलेमानी की मौत से बढ़ा तनाव
बता दें कि ईरानी रिवॉल्यूशनरी गार्ड के कोर्स के खुफिया को अमेरिका ने 3 जनवरी को ड्रोन हमले में मारा था. कासिम सुलेमानी उस समय अपने काफिले के साथ बगदाद में था, इसके बाद ईरान ने इसका जवाब इराक के अल-असद और इबरिल स्थित दो अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर 22 मिसाइले दागकर की थी, जिसके बाद से ही दोनों देशों के बीच युद्ध छेड़ने की आशंका बढ़ गई थी.