रांची: समाजसेवी राजीव रंजन राजू से ग्रामीणों ने मुलाकात कर बालू नहीं मिलने से आ रही परेशानियों से अवगत करवाया तथा उनसे कहा कि हमलोग बालू के नहीं मिलने के कारण अपने आवास का मरम्मत एवं नए घर के निर्माण में असमर्थ है उसके बाद राजीव रंजन राजू ने BNN BHARAT से बातचीत के क्रम में बताया कि बालू उठाव में काफी परेशानी हो रही है. सभी जगह बिचौलियों का बोलबाला हो गया है जिसके चलते बालू का उठाव नही हो पा रहा है. जिसके चलते बालू लाभुकों को नहीं मिल पा रहा है और अगर कहीं से मिल भी रहा है तो उसका मनमाना रेट लिया जा रहा है इन सबके बावजूद सरकार का ध्यान इस ओर अब तक नहीं गया है.
सबसे अधिक परेशानियों का सामना गरीबों को करना पड़ रहा है क्योंकि प्रधानमंत्री आवास योजना में एक निश्चित रकम ही लाभुकों को देने का प्रावधान है ऐसे में उस रकम से उन्हें घर बनाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, समस्या इस लिये उत्पन्न हो गई है क्योंकि उस रकम का एक मोटा हिस्सा बालू खरीदने में ही लाभुकों को खर्च करना पड़ रहा है. राजीव रंजन राजू जो की एक सामाजिक कार्यकर्ता है ने आगे बताया कि सरकार विकास की बात तो करती है परन्तु बालू उठाव में आ रही है समस्याओं के विषय पर अब तक कोई स्थिति स्पष्ट नहीं कर रही है कि लाभुकों को दिया जाने वाला रकम को बढ़ाया जाएगा या बिचौलियों से मुक्ति दिलायेगी सरकार.
राजीव रंजन राजू ने सरकार से स्पष्ट रूप से ये मांग किया कि गांव में बालू पे हक गांव वालों का हो ताकि गरीब परिवार को कम से कम अपना घर बनाने के लिए किसी तरह की परेशानियों का सामना ना करना पड़े. चाहे वो प्रधानमंत्री आवास योजना से घर का निर्माण करें या खुद के खर्चे से घर का निर्माण करायें.
उन्होंने कहा कि यही स्थिति रही तो मनरेगा के कार्य में भी परेशानी होगी जिसका सीधा असर प्रवासी मजदूरों पर भी पड़ेगा क्योंकि अगर बालू नहीं मिलेगा तो मनरेगा का कार्य भी रुकेगा और अगर मनरेगा के कार्य में रुकावट आयी तो इसका असर प्रवासी मजदूरों पर पड़ेगा. इसलिए मैं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी से विनम्रता पूर्वक निवेदन करता हूं कि जल्द से जल्द इस विषय पर ध्यान दे वरना ऐसा ना हो कि तब तक काफी देर हो जाये.