जम्मू: पाकिस्तान कश्मीर में सुरक्षाबलों को आतंकियों के खिलाफ मिल रही सफलता से बौखलाया गया है. जिसे लेकर पाकिस्तान नौशेरा सेक्टर में आतंकियों की घुसपैठ के साथ बैट हमले की साजिश भी रच रहा है. यही कारण है कि इस सेक्टर में लगातार संघर्षविराम का उल्लंघन किया जा रहा है. सूत्रों के अनुसार, जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और पाकिस्तानी सेना के कमांडोज से तैयार बैट (बॉर्डर एक्शन टीम) एलओसी पर घात लगाकर तैयार है.
सुरक्षा एजेंसियों के पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि बैट दस्ता राजोरी-पुंछ में नियंत्रण रेखा पर हमला करने की तैयारी में है. इसके लिए वह मौसम का हालात अपने मुताबिक होने का इंतजार कर रहा है. खराब मौसम की आड़ में बैट दस्ता हमला कर सकता है. अभी हाल ही बैट दस्ते ने एक जुलाई को राजोरी के केरी सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश की थी.
इसमें एक घुसपैठिया भारतीय सीमा के 400 मीटर तक घुसा आया था और मारा गया. इससे पहले 26 जून को कलाल सेक्टर में भी एक कोशिश हुई थी. जिसे सेना ने नाकाम कर दिया था. पुंछ जिले में जनवरी माह में कोशिश हुई थी.
सैन्य सूत्रों के अनुसार पुंछ जिले की तुलना में नौशेरा सेक्टर घुसपैठ के लिए थोड़ा आसान है. इस क्षेत्र से घुसपैठ के बाद आतंकियों के लिए कई जगहों पर पहुंचने के विकल्प हैं. ये आतंकियों का पुराना रूट है. 1990 में आतंकी इस रूट का इस्तेमाल करते थे. यहां से आतंकियों के लिए डोडा, किश्तवाड़ और कश्मीर तक पहुंचना आसान है. राजोरी जिले का ही बिंबर गली केरी सेक्टर पुराना आतंकी रूट रहा है.
सेना प्रमुख ने लिया था आईबी का जायजा
एलओसी के अलावा कठुआ और सांबा जिले में आईबी पर पाकिस्तान की नापाक हरकतें जारी हैं. हीरानगर में जिस तरह पाकिस्तानी ड्रोन से हथियार भेजने की साजिश रची गई उस पर सेना काफी गंभीर है.
इस संबंध में सोमवार को सेनाध्यक्ष मनोज मुकुंद नरवणे ने हीरानगर की अग्रिम चौकियों का दौरा किया. पिछले सप्ताह जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह ने राजोरी और पुंछ के सीमावर्ती इलाकों का दौरा कर स्थितियों का जायजा लिया था.