रंजीत कुमार,
सीतामढ़ी: सीतामढ़ी में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों को लेकर प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं. लगातार एक के बाद एक कोरोना की जांच नहीं करने का आरोप प्रशासन पर लगाया जा रहा है. अब सीतामढी सांसद सुनिल कुमार पिन्टू के बाद भाजपा के जिला उपाध्यक्ष प्रो. उमेश चंद्र झा ने भी वर्तमान परिस्थिति को लेकर सीतामढ़ी प्रशासन पर सवाल खड़े करते हुए फेल बताया है.
भाजपा के जिला उपाध्यक्ष प्रो. उमेश चंद्र झा ने कहा कि कोरोना के मामले गांव गांव में फैल चुके हैं. लगातार लोग सदर अस्पताल जांच कराने के लिए पहुंच रहे हैं पर सदर हॉस्पिटल से लोगों को आइसोलेशन सेंटर भेजा जा रहा है. आइसोलेशन सेंटर जाने पर उन्हें डुमरा पीएचसी भेजा जा रहा है. उन्होंने कहा कि “पोस्ट टू पिलर, पिलर टू पोस्ट” कोरोना के संक्रमित लोग दौड़ लगा रहे हैं. जांच नहीं हो रही है और मरीज मर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि यहां के जनप्रतिनिधि सांसद सुनील कुमार पिंटू ने भी डिस्टिक मजिस्ट्रेट को फोन पर जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन शिथिलता बरत रही है. उनको जिला प्रशासन से उम्मीद नहीं है कि सीतामढ़ी के लोगों की सही समय पर सही तरीके से कोरोना की जांच हो सके. आगे उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग की है कि एक स्पेशल डीएम की नियुक्ति की जाए जो ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहरी क्षेत्रों तक कोरोना संक्रमित लोगों का प्रॉपर जांच करा सके. उन्होंने कहा कि वर्तमान जिला पदाधिकारी से उन्हें उम्मीद कम है.
आपको बता दें कि इससे पूर्व सीतामढ़ी के सांसद सुनील कुमार पिंटू ने सीतामढ़ी के डीएम को पत्र लिखकर बताया था कि सीतामढ़ी के अस्पताल में कोरोना की जांच को लेकर स्वास्थ्य कर्मी आनाकानी कर रहे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री के निर्देशों का हवाला देकर कहा कि ऐसा करना घोर अपराध है. उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति कोरोना की जांच कराने स्वास्थ्य केंद्र पर आ रहे हैं, उनकी कोरोना जांच होनी चाहिए.
इधर, सीतामढ़ी के जिलाधिकारी अभिलाषा कुमारी शर्मा ने जिले में बढ़ रहे कोरोना संक्रमित मामलों का आंकड़ा बताते हुए कहा कि जांच में और तेजी लाई गई है. उन्होंने बताया कि अनुमंडल में स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार कोरोना की जांच रही है. प्रशासन ने पुपरी एवं बेलसंड अनुमंडल में भी कोरोना जांच शुरू कर दी है. बिना लक्षण वाले कोरोना संक्रमित लोगों को होम आइसोलेशन में भी रखने का निर्देश दिया गया है.
आपको यह भी बता दें कि बीते दिनों बसवरिया इलाके में एक कोरोना संदिग्ध की मौत हो गई थी. इसके बाद परिजनों ने सीतामढ़ी समाहरणालय के बाहर परिवार के साथ धरना दिया था. लोगों का आरोप था कि उनकी कोरोना जांच नहीं की गई है. इसके दो दिन बाद ही इसी इलाके में मृतक के दोस्त की भी मौत हो गई थी हालांकि दूसरे मृतक का कोरोना जांच किया गया था और रिपोर्ट नेगेटिव आई थी.