रांची : बीजेपी की सहयोगी पार्टी आजसू के नवनियुक्त मंत्री रामचंद्र सहिस इन दिनों जनता दरबार के माध्यम से लोगों की फरियाद सुनने को लेकर जनता दरबार कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं . लेकिन इन फरियादियों की आस इस पर टिकी है , कि कब इनकी समस्या का समाधान हो , और इसी को लेकर राज्य के विभिन्न जिलों से फरियादी अपनी विभिन्न समस्याएं लेकर मंत्री को आवेदन देते हुए कार्रवाई की आग्रह करते नजर आए और इस बार भी फिर से मंत्री जी ने फरियादियों को कार्रवाई के आश्वासन दे दिए. मालूम हो कि आजसू पार्टी से नवनियुक्त मंत्री बने जल संसाधन एवं पेयजल स्वच्छता विभाग के मंत्री रामचंद्र सहिस ने केंद्रीय आजसू कार्यालय में जनता दरबार लगाया. जिसमें राज्य के अलग-अलग जिलों से फरियादियों ने अपनी समस्या से मंत्री को अवगत कराया, साथ-ही-साथ आवेदन दिया ताकि इनकी समस्याओं का समाधान हो सके.
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फरियादियों में हरमू हाउसिंग कॉलोनी से आए चंदन पाठक ने नाली नहीं होने के कारण बरसात के दिनों में कॉलोनी में मच्छरों का आतंक बताया. उन्होने कहा कि नाली निर्माण के लिए कई बार वार्ड पार्षद और नगर निगम में ज्ञापन दिया, लेकिन अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. वही मंत्री ने आश्वासन दिया कि संबंधित पदाधिकारियों से इस विषय पर बात किया जाएगा. वहीं जमीन से संबंधित भी कई मामले मंत्री के पास आये और इन सभी मामलों में मंत्री सहिस ने जल्द से जल्द समाधान करने का बात कही है.
मंत्री रामचंद्र सहिस के पास कई मुद्दे रोज़गार से जुड़े भी आये. जिसमें रांची सदर अस्पताल में कॉन्ट्रैक्ट के तहत काम करने वाले सुरक्षाकर्मियों का मामला भी आया है. जिसपर मंत्री सहिस ने सभी सुरक्षाकर्मियों को आश्वासन दिया की जल्द ही उनकी समस्याओं का समाधान होगा.
मालूम हो कि विभागीय मंत्री पिछले कई दिनों से इस तरह के जनता दरबार का आयोजन करते रहे हैं. लेकिन अब तक कोई ऐसा फरियादी नहीं आया, जिसने अपनी समस्या का समाधान बताया. लेकिन फिर भी आने वाले फरियादियों को आस लगी है कि इनकी समस्याओं का समाधान हो सकेगा. ऐसे में फरियादी कार्रवाई नहीं होने पर राज्य के मुख्यमंत्री से गुहार लगाने या फिर अपने स्तर से विरोध करने की बात भी कर रहे हैं.
बहरहाल जन समस्याओं का समाधान करने के लिए मंत्री द्वारा यह कोई पहली जनता दरबार नहीं है. जब फरियादियों ने उनको समस्या से अवगत कराया, लेकिन हर बार मात्र आश्वासन ही मिला. तो यह कहा जा सकता है कि जब मंत्री जी ही संशय में हो की कार्रवाई कब होगी तो फरियादियों का क्या होगा. इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है.