हजारीबाग: वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण हजारीबाग जिले के प्रवासी मजदूर अन्य राज्यों से लौटे हैं तथा उन सभी प्रवासी मजदूरों को रोजगार व स्वरोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में झारखंड सरकार ने विभिन्न रोजगारोन्मुखी कार्यक्रम की घोषणा की हैद्य जिसमें ’गरीब कल्याण स्वरोजगार अभियान’ के तहत 23 जुलाई से तीन दिवसीय कार्यक्रम होली क्रॉस कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित किए गएद्य इस गरीब कल्याण स्वरोजगार अभियान के तहत गुरुवार से शुरू हुए प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन 25 जुलाई को हुआ,जिसमें मुख्य रुप से कटकमदाग प्रखंड के कुल 35 पुरुष एवं महिला कामगारों ने भाग लियाद्य इन मजदूरों को कम लागत में बकरी पालन,बकरी की उन्नत नस्ल,रखरखाव,भोजन प्रबंधन आदि के बारे में विस्तार से बताया गयाद्य 3 दिनों तक चले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में बिंदुवार सभी अवयवों की चर्चा हुई इस कार्यक्रम में मौजूद पशु चिकित्सकों ने बकरियों में होने वाली प्रमुख बीमारियों के बारे में बताया तथा उन बिमारिओं से पशुओं को बचाने सहित टीकाकरण के विषय पर भी प्रशिक्षण दिया गया.
मौके पर उपस्थित पशुओं पर हरे चारे की महत्ता के बारे में बताया तथा पौधा संरक्षण विभाग के वैज्ञानिक डॉ पुष्पेंद्र कुमार धाकड़ ने हरा चारा उगाने के पद्धति के बारे में चर्चा कीद्य इस अवसर पर जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉक्टर ओम प्रकाश पांडे के कामगारों से रूबरू होते हुए कामगारों को बकरी पालन कर रोजगार की दिशा में कैसे आगे पढ़ा जाए और कैसे इस पद्धति से स्वावलंबी हुआ जाए इन बिंदुओं की मुख्य बातों पर प्रकाश डाला. इस कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि राज्य सरकार द्वारा आने वाली योजनाओं से कामगार कैसे अपने को जोड़कर लाभान्वित हो सकते हैंद्य इस कार्यक्रम में कामगारों को स्वरोजगार कार्यक्रम से उत्साह पूर्वक जुड़ने की बात बताईद्य मौके पर प्रशिक्षण की अगुवाई कर रहे पशु चिकित्सकों की टीम तथा जिला पशुपालन विभाग की तरफ से कामगारों को हरसंभव मदद देने की बात कही इस कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण के अंतिम दिन प्रमाण पत्र संस्था की तरफ से दिया गया.
इस अवसर पर डॉ रतन दुबे,डॉ उपेंद्र कुमार,वरीय वैज्ञानिक सह अध्यक्ष डॉ आर.के सिंह,डॉ संजीव कुमार सिंह व सिस्टर साजिता मौजूद थे.