धनबाद : मंगलवार को दो पक्षों के बीच का विवाद बैंक मोड़ थाने में पहुंचा. एक पक्ष दूसरे पक्ष पर अपहरण कर मारपीट का आरोप लगा रही थी वहीं दूसरे पक्ष ने थाने के सामने पथराव करने का आरोप लगाया. यह पूरा मामला कार की खरीद बिक्री में पैसे के लेन देन से जुड़ा है. बैंक मोड़ थाने में दोनों पक्षों ने पुलिस के समक्ष अपनी अपनी दलीलें दी. मामला सन्देह के घेरे में है. पुलिस दोनों पक्षों से पूछताछ कर रही है.
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पूरे मामले पर गौर करे तो मनईटांड़ निवासी राज गोस्वामी ने पूर्व में अपनी स्विफ्ट डिज़ायर कार 3 लाख 20 हजार रु में चिरकुंडा कुमारधुबी के परवेज कुरैशी को बेची थी. दोनों ने एग्रीमेंट पेपर पर हस्ताक्षर भी किया. कार खरीदने के कुछ दिनों बाद कार खरीदने वाले परवेज कुरैशी को यह ज्ञात हुआ कि राज गोस्वामी ने बैंक से लोन लेकर कार खरीदी थी. ढाई लाख रुपये का लोन बाकी है.
इस बात की जानकारी होने के बाद से परवेज लगातार राज गोस्वामी से बकाया लोन की राशि की मांग कर रहा था.परवेज का आरोप है कि राज गोस्वामी पैसे देने के मामले में टाल मटोल कर रहा था.परवेज ने बताया कि राज उन्हें आज पैसे देने वाला था. राज के बुलावे पर धनबाद पहुंचे थे.
परवेज का कहना है कि पैसे देने की बात कहकर राज व उसका दोस्त घर जाकर पैसे लेने की बात कहकर खुद से उनकी गाड़ी में बैठे. मारपीट और अपहरण की बात पूरी तरह से बेबुनियाद है जबकि थाना आने पर राज व उसके साथियों ने थाने के सामने पथराव कर दिया, जिसके बाद गाड़ी छोड़कर भागना पड़ा.परवेज का यह भी कहना है कि पैसे के लेन देन में टाल मटोल के मामले में पूर्व में राज गोस्वामी के खिलाफ SSP से लिखित रूप में शिकायत कर चुके हैें.
वही राज गोस्वामी का कहना है कि उसकी पत्नी पाटलीपुत्र में भर्ती है. आज सुबह अस्पताल में ही था तभी परवेज अपने साथियों के साथ अस्पताल पहुँच गया. धोखे से मुझे मेरे दोस्त शांतनु को नीचे बुलाकर अस्पताल के बाहर मारपीट की और फिर दोनों को जबरन कार में बिठाकर भूली होते हुए मेगा स्पोर्ट कॉम्लेक्स लेकर गया.
वहां दोनों के साथ मारपीट की और फिर जबरन दोस्त शांतनु के अकाउंट से 25 हजार रु ट्रांसफर करा लिया. राज गोस्वामी का कहना है कि परवेज व उसके साथियों के चंगुल से किसी तरह बचकर बैंक मोड़ थाने पंहुचा. फिलहाल पुलिस दोनों पक्षों से पूछताछ कर रही है.