नई दिल्ली : पेट्रोल और डीज़ल के दाम में लगातार मिल रही राहत का सिलसिला बुधवार को फिर थम गया. तेल विपणन कंपनियां पेट्रोल का दाम पिछले छह दिनों से लगातार घटा रही थी और डीज़ल के भाव पर भी लगातार दो दिनों की कटाती के बाद विराम लगा है. उधर, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव में लगातार पांचवें दिन भी तेजी बनी हुई है. इन पांच दिनों में बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड तकरीबन दो डॉलर प्रति बैरल महंगा हो गया है.
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कच्चा तेल महंगा होने से भारत में पेट्रोल और डीज़ल के दाम में फिर वृद्धि देखने को मिल सकती है क्योंकि भारत अपनी तेल की जरूरतों का तकरीबन 84 फीसदी कच्चा तेल आयात करता है. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव बढ़ने से देश में तेल का आयात महंगा होगा जिसके कारण तेल विपणन कंपनियां पेट्रोल और डीज़ल के दाम में बढ़ोतरी को बाध्य होगी.
इंडियन ऑयल की बेवसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल के दाम पूर्ववत क्रमश: 72.86 रुपये, 75.50 रुपये, 78.48 रुपये और 75.66 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं. चारों महानगरों में डीज़ल के दाम भी पूवर्वत क्रमश: 66 रुपये, 68.19 रुपये और 69.17 रुपये और 69.71 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं.
तेल विपणन कंपनियों ने मंगलवार को पेट्रोल के दाम में दिल्ली, कोलकाता और मुबई मे 13 पैसे जबकि चेन्नई में 14 पैसे प्रति लीटर की कटौती की थी.वहीं, डीज़ल दिल्ली और चेन्नई में सात पैसे जबकि मुंबई में आठ और कोलकाता में तीन पैसे प्रति लीटर सस्ता हो गया था.
अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार आईसीई पर ब्रेंट क्रूड के अक्टूबर अनुबंध में बुधवार को 0.91 फीसदी की तेजी के साथ 65.22 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था. अमेरिकी लाइट क्रूड डब्ल्यूटीआई भी नायमैक्स पर 0.69 फीसदी की तेजी के साथ 58.45 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था.