रांची : राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में बुधवार को एक अजीबों-गरीब मामला सामने आया है. यहां पुलिस ने एक व्यक्ति को सांप काटने का इलाज करते हुए पकड़ा, और उसको स्थानीय बरियातू थाना भेज दिया. दरअसल मामला लंबे वक्त से रिम्स में चल रहा था, जो अपना नाम डॉ. सावन कुमार बेदिया बताता है. वह सांप काटने का पक्का इलाज करने का दावा कर मरीजों को दवा दे रहा था.
Also Read This:- पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों ने उधम सिंह को दी श्रद्धांजलि
इस एवज में वह मरीजों से 10,000 से लेकर 50,000 तक राशि वसूल करता था. मामला तो तब प्रकाश में आया जब दवा के कारण एक मरीज तीजनी देवी की मौत हो गई. इस घटना के बाद ही पुलिस मामले की जांच में जूट गयी थी.
जानकारी के अनुसार बुधवार को भी यह व्यक्ति एक मरीज स्नेहा कुमारी को दवा देने के लिए रिम्स आया था, जिसकी स्थिति गंभीर बतायी जा रही है. जब वो स्नेहा कुमारी का ईलाज करने आया तब उसने अपना हेलमेट और समान गार्ड के रूम में रखा फिर उसके बाद वह मरीज को दवा देने के लिए चला गया. वहां से प्रशासन को जानकारी मिली कि वह व्यक्ति फिर से मरीज को सांप काटने का दवा देने के लिए आया है. जिसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस अधिकारियों ने बताया की मरीज को दवा देने के बाद से ही हम लोग इसकी तलाश में लगे हुए थे. लेकिन यहां कुछ दलाल लोग की मदद से यह लोग अपना गोरखधंधा चला रहे थे. आरोपी डॉ. सावन ने कहा कि मैं आयुर्वेद की तर्ज पर मरीज का इलाज करता हूं. करैत सांप और नाग सांप का पक्का इलाज मेरे पास है. उसने कहा कि कोई भी मरीज को मेरे से इलाज कराने के लिए वह लोग मुझे फ़ोन कर संपर्क करते है. जिसके लिए में 10 हजार से 50 हजार रुपये तक लेता हूं. उसने कहा कि इलाज के दौरान कम पैसे दिए जाते है, मरीज ठीक हो जाने के बाद पूरा पैसे देते है.
बड़ा सवाल यह है कि रिम्स में इलाज करने के लिए आने वाले लोगों को इसतरह के दोखेबाज लोग से संपर्क कौन करवाता है. जिससे गरीब मरीज ठगे जाते है. रिम्स प्रबन्धन को इसकी जांच करनी चाहिए.