अमेरिका: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आरोप लगाया कि भारत, चीन और रूस अपनी वायु गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखते जबकि अमेरिका रखता है.
उन्होंने पेरिस समझौते को एकतरफा, ऊर्जा बर्बाद करने वाला बताते हुए कहा कि वह इस समझौते से अलग हो गए जो अमेरिका को एक गैर प्रतिस्पर्धी राष्ट्र बना देता.
ट्रंप ने ऊर्जा पर अपने संबोधन में बुधवार को कहा कि ‘इन दंडात्मक पाबंदियों को लागू करके और पाबंदियों से इतर वाशिंगटन के कट्टर-वामपंथी, सनकी डेमोक्रेट्स असंख्य अमेरिकी नौकरियों, कारखानों, उद्योगों को चीन तथा प्रदूषण फैला रहे अन्य देशों को भेज देते.’
उन्होंने कहा कि ‘‘वे चाहते हैं कि हम अपने वायु प्रदूषण पर ध्यान रखें, लेकिन चीन इसका ध्यान नहीं रखता. सच कहूं तो भारत अपने वायु प्रदूषण पर ध्यान नहीं रखता.
रूस अपने वायु प्रदूषण पर ध्यान नहीं रखता. लेकिन हम रखते हैं. जब तक मैं राष्ट्रपति रहूंगा तब तक हम हमेशा अमेरिका को पहले रखेंगे. यह बहुत ही सीधी-सी बात है.’’
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘वर्षों तक हमने दूसरे देशों को पहले रखा और अब हम अमेरिका को पहले रखेंगे. जैसा कि हमने अपने देश में शहरों में देखा कि कट्टरपंथी डेमोक्रेट्स न केवल टेक्सास के तेल उद्योग को बर्बाद करना चाहते हैं बल्कि वे हमारे देश को बर्बाद करना चाहते हैं.’’