अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन अलकायदा के सरगना रहे ओसामा बिन लादेन के बेटे हमजा बिन लादेन के मारे जाने की खबर है। अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अभी यह स्पष्ट नहीं है कि हमजा की मौत में अमेरिका का हाथ है या नहीं। अमेरिकी खुफिया अधिकारियों ने अभी यह नहीं बताया है कि हमला की मौत कहां पर हुई। उधर, राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने भी बुधवार को इस खबर पर कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया। इससे पहले अमेरिका ने हमजा का पता बताने वाले को 10 लाख डॉलर पुरस्कार देने का ऐलान किया था। अमेरिका ने कहा था कि हमजा अपने पिता की मौत का बदला लेने के लिए उस पर हमले की साजिश रच रहा है। इसी को देखते हुए इतने बड़े पुरस्कार का ऐलान किया गया है। अमेरिका ओसामा के बेटे हमजा बिन-लादेन को आतंकवाद के ऊभरते हुए चेहरे के रूप में देखता था। ‘जिहाद के युवराज’ के नाम से जाने जाने वाले हमजा के ठिकाने का काफी दिनों से कोई अता-पता नहीं था।
वर्षों से अंदाजा लगाया जा रहा था कि हमजा पाकिस्तान, अफगानिस्तान, सीरिया में रह रहा है या फिर ईरान में नजरबंद है। हालांकि अब उसके मारे जाने की सूचना आई है। अमेरिका की इस घोषणा के बाद सऊदी अरब ने हमजा बिन लादेन की नागरिकता रद्द कर दी थी। अल-कायदा के सरगना रहे ओसामा बिन लादेन के बेटे हमजा बिन लादेन ने पिछले दिनों शादी कर ली थी।
हमजा ने यह शादी किसी और से नहीं बल्कि 9/11 आतंकी हमले के लिए विमान हाइजैक करने वाले मोहम्मद अता की बेटी से की थी। ओसामा के परिवार ने भी इसकी पुष्टि की थी। हमजा को अब अल-कायदा में काफी ऊंचा पद मिल गया था और वह अपने पिता की मौत का बदला लेने की फिराक में था। हमजा बिन लादेन ओसामा की उन तीन जिंदा बची तीन बीवियों में से एक का बेटा है, जो अमेरिकी अटैक के वक्त उसके साथ ऐबटाबाद में रह रही थीं।
खबरों के मुताबिक, हमजा की पत्नी मिस्र की नागरिक है। ओसामा बिन लादेन के मरने के बाद से उसकी पत्नियां और बच्चे सऊदी अरब लौट गए थे जहां उन्हें पूर्व शहजादे मोहम्मद बिन नायेफ ने शरण दी थी। ओसामा की पत्नियों और उसके बच्चों ने लगातार लादेन की मां आलिया घानेम से संपर्क बनाए रखा। हमजा का नाम अंतिम बार वर्ष 2018 में अलकायदा की ओर जारी प्रेस विज्ञप्ति में आया था।