रामगढ़: केरोना वैश्विक महामारी और भारतीय सीमा पर चीन के विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर लोकल अब वोकल होने लगा है. इसका प्रत्यक्ष असर इन दिनों रामगढ़ के राखी बाजार में देखने को मिल रहा है.
इस बाजार में जहां पहले हर साल लाखों के चाइनीज राखी का कारोबार होता था. अब स्थानीय महिलाओं द्वारा उत्पादित राखियां बिक रही है. चाईनीज राखी का कारोबार ठप्प हो गया है.
रामगढ़ के बाजारों में स्थानीय महिलाओं द्वारा निर्मित राखियां धड़ल्ले से बिक रही है. लोग उसे पसंद भी कर रहे हैं. राखी तैयार करने वाली एक स्वयंसेवी संस्था की शांति देवी ने कहा कि अब महिलाएं प्रधानमंत्री के लोकल टू वोकल को चरितार्थ कर रही है. प्रधानमंत्री के आह्वान का समर्थन करते हुए स्वयंसेवी संस्था की सुषमा देवी ने कहा कि अब भारत आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हो चुका है.
पतरातू प्रखंड के दोतला पंचायत के मुखिया लव कुमार ने कहा कि उनके पंचायत की कई महिलाएं राखी बनाने में व्यस्त हैं. इससे प्रधानमंत्री के लोकल टू वोकल को बल मिला है.
रामगढ़ शहर में कई बुटिक संस्थाएं हैं, जो वर्षों से रक्षाबंधन के मौके पर स्वदेशी राखी तैयार करते आ रही हैं. प्रधानमंत्री के आह्वान पर इन बुटिक संस्थाओं से जुड़ी महिलाएं बढ़चढ़ कर राखी बनाने में जुटी हैं.
स्थानीय महिलाओं द्वारा तैयार राखियां रामगढ़ के बाजारों में एक से लेकर पचास रुपये तक उपलब्ध हैं. इन राखियों की खूबसूरति लोगों को खूब भा रही है. इससे जहां स्थानीय महिलाओं को आर्थिक लाभ मिल रहा है, वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री के लोकल टू वोकल के आहवान को बल मिला है.