मीरजापुर: जिगना थाना क्षेत्र के बसेवरा कला गांव में जमीन बंटवारे को लेकर नाती ने दोपहर दिनदहाड़े धारदार हथियार से अपने दादा की हत्या कर मौके से फरार हो गया. पुलिस तलाश में जुट गयी है. फिलहाल अभी तक मामला दर्ज नहीं हुआ है. पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
उक्त गांव निवासी ओंकारनाथ दुबे (82) पड़ोसी भृगुनाथ के घर कथा सुनने गया था. दोपहर लगभग दो बजे कथा सुनने के बाद अपने घर जा रहा था. घर से कुछ दूर पहले ही घात लगाए बैठे ओंकारनाथ के पौत्र ने धारदार हथियार से गर्दन पर हमला कर दिया. चीख पुकार सुनकर आस-पास के लोग पहुंच गए. ग्रामीण घायल वृद्ध को अस्पताल ले जाने की तैयारी में थे. लेकिन कुछ देर बाद वृद्ध ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया. ग्रामीणों ने तत्काल जिगना पुलिस को सूचना दी .
पुलिस ने फरार आरोपी की आस-पास तलाश की. लेकिन तब तक वह भाग निकला था. गांव में दिनदहाड़े वृद्ध की हत्या से सनसनी फैल गयी. परिजनों ने बताया कि मृतक के दो पुत्र हैं. वे छोटे बेटे रामकृष्ण के परिवार के साथ रहते थे. मकान की नींव खुदाई को लेकर बंटवारे का विवाद चल रहा था. दोनों बेटों के बीच तनातनी चल रही थी. इसी विवाद को लेकर वृद्ध की हत्या की गयी है. थानाध्यक्ष छोटक यादव ने बताया कि जमीन बंटवारे को लेकर पौत्र ने अपने दादा की धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी है. घटना के बाद फरार आरोपी की तलाश की जा रही है. जल्द ही गिरतारी कर ली जाएगी.
पिता को हिस्सा नहीं मिलने से नाराज था बेटा
बडे़ बेटे रामकृष्ण को जमीन में हिस्सा नहीं मिलने से पुत्र काफी नाराज था. इसी बात को वह अपने दादा से आए दिन झगड़ा करता था. इसी बंटवारे को लेकर पौत्र ने ही अपने दादा को मौत के घाट उतार दिया. वहीं चर्चा है, डेढ़ दशक पहले पत्नी की मौत के बाद से ही ओंकारनाथ छोटे बेटे के साथ रहने लगे थे. इसी को लेकर बड़ा बेटा और उसका पुत्र खुन्नस खाए रहते थे.